अपडेटेड 10 October 2025 at 15:59 IST
इंजीनियर, वेनेजुएला में लोकतांत्रिक आंदोलन की प्रणेता... कौन हैं मारिया कोरिना मचाडो? जिन्होंने ट्रंप को पछाड़ जीता नोबेल शांति पुरस्कार
नोबेल शांति पुरस्कार 2025 की घोषणा हो गई। मारिया कोरिना मचाडो को इस सम्मान दिया गया है। जानते हैं कौन मारिया कोरिना मचाडो जिन्होंने ट्रंप को दी मात।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा कर दी गई। नोबेल समिति ने साल 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को प्रदान किया है। उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान वेनेजुएला में लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने और तानाशाही से लोकतंत्र की ओर शांतिपूर्ण संक्रमण के लिए उनके अथक प्रयासों के लिए दिया गया है। आईए जानते हैं कौन है मारिया कोरिना मचाडो जिसकी आज पूरी दुनिया में हो रही है चर्चा...
नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। जो हाल के दिनों में इस पुरस्कार की दौड़ में अपनी दावेदारी जता रहे थे और कई देश उनका समर्थन भी कर रहे थे। मगर नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने साल 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मचाडो को प्रदान किया है।
मारिया कोरिना मचाडो को नोबेल शांति पुरस्कार
2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मचाडो को वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के उनके अथक कार्य और तानाशाही से लोकतंत्र में न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण संक्रमण प्राप्त करने के उनके संघर्ष के लिए दिया गया। समिति ने कहा कि मचाडो ने वेनेजुएला के लोगों की स्वतंत्रता के लिए वर्षों काम किया है।
कौन है मारिया कोरिना मचाडो?
बता दें कि मारिया मचाडो 2011 से 2014 तक वेनेजुएला की राष्ट्रीय सभा की निर्वाचित सदस्य के रूप में काम कर चुकी हैं। वह वेनेजुएला की वर्तमान में विपक्ष की नेता है और वर्तमान सरकार के खिलाफ लोकतांत्रिक आंदोलन का नेतृत्व कर रही हैं। मारिया का जन्म 7 अक्टूबर 1967 को हुआ था और वो एक एक औद्योगिक इंजीनियर भी हैं।
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मारिया ने इंजीनियरिंग और फाइनेंस की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपना करियर व्यापार जगत में शुरू किया था, मगर उनकी रूची समाजसेवा में थी। फिर जल्द ही उन्होंने समाजसेवा और राजनीति का रास्ता चुना ताकि वे अपने देश के लोगों के जीवन में बदलाव ला सकें और उनकी आवाज बुलंद कर सके।
वेनेजुएला के लोगों की बनी आवाज
मारिया ने 1992 में एटेनिया फाउंडेशन (Atenea Foundation) की स्थापना की थी। यह संस्था कराकास शहर में बेघर और जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा और कल्याण के लिए काम करती है। इस फाउंडेशन के जरिए मचाडो ने सामाजिक सुधार की दिशा में अपनी पहचान बनाई। आज उनकी पहचान वेनेजुएला की आयरन लेडी के रूप में होती है।
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अब तक इन विजेताओं की हुई घोषणा
बता दें कि पिछले साल यह पुरस्कार निहोन हिडांक्यो को दिया गया था, जो जापानी परमाणु बमबारी से बचे लोगों का एक जमीनी स्तर का आंदोलन किया था, जिन्होंने दशकों से परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए काम किया। अन्य चार पुरस्कार इस सप्ताह स्वीडिश राजधानी स्टॉकहोम में पहले ही प्रदान किए जा चुके हैं - सोमवार को चिकित्सा में, मंगलवार को भौतिकी में, बुधवार को रसायन विज्ञान में और गुरुवार को साहित्य में। अर्थशास्त्र पुरस्कार विजेता की घोषणा सोमवार को की जाएगी।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 10 October 2025 at 15:49 IST