अपडेटेड 22 June 2025 at 10:07 IST
इजरायल-ईरान युद्ध में अमेरिकी की एंट्री पर संयुक्त राष्ट्र (UN ) ने चिंता जताई है। UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस कदम को खतरनाक उकसावा वाला बताते हुए आगाह किया कि यह पहले से तनावग्रस्त क्षेत्र को और अधिक अस्थिर बना सकता है। UN ने सभी देशों से शांति की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र ने अमेरिका द्वारा ईरान पर की गई सैन्य कार्रवाई को लेकर गहरी चिंता जताई है। एंटोनियो गुटेरेस ने अपने X पोस्ट में लिखा है, अमेरिका की ओर से आज ईरान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई के बारे में सुनकर गहरी चिंता में हूं। यह उस क्षेत्र में एक उकसावे वाली कार्रवाई है जहां पहले से ही तनाव चरम पर है और यह अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा के लिए भी सीधा खतरा है।
अमेरिकी के इस कार्रवाई पर गुटेरेस ने कहा, इस बात का जोखिम बढ़ रहा है कि यह संघर्ष तेजी से नियंत्रण से बाहर हो सकता है, जिसके नागरिकों, क्षेत्र और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। मैं सदस्य देशों से अपील करता हूं कि वे तनाव कम करें और संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अन्य नियमों के तहत अपने दायित्वों को पूरा करें।
यूएन प्रमुख ने कहा, इस बेहद संवेदनशील और खतरनाक घड़ी में, अराजकता के चक्र से बचना बहुत जरूरी है। इसका कोई सैन्य समाधान नहीं है। आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता कूटनीति है। एकमात्र आशा शांति है। बता दें कि अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों -फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर जोरदार हवाई हमले किए हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति ट्रंप ने पुष्टि की है कि एयर स्ट्राइक के बाद सभी अमेरिकी सैन्य विमान सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौट आए हैं।
इस कार्रवाई पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, हमारा उद्देश्य ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को नष्ट करना और दुनिया के नंबर एक आतंकवाद प्रायोजक देश द्वारा उत्पन्न परमाणु खतरे को रोकना था। आज रात, मैं दुनिया को बता सकता हूं कि ये हमले एक शानदार सैन्य सफलता थी। ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधाएं पूरी तरह से नष्ट कर दी गई हैं। अमेरिका ने ईरान की तीन परमाणु सुविधाओं पर हमला किया
पब्लिश्ड 22 June 2025 at 10:07 IST