अपडेटेड 22 June 2025 at 09:02 IST
US Attacks Iran: ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से जारी तनाव अब और भी गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। दोनों देशों के बीच चल रहे जंग अमेरिकी की की आधिकारिक एंट्री हो गई है। बीती रात अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर को निशाने बनाते हुए हवाई हमला किया है। इस हमले के बाद ईरान बौखलाहट में आ गया है और उसने इजरायल के साथ-साथ अमेरिका को भी बड़ी चेतावनी दी है। वहीं, दूसरी और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के इस फैसले को इतिहास बदलने वाला बताया है।
अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों -फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर जोरदार हवाई हमले किए हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति ट्रंप ने पुष्टि की है कि एयर स्ट्राइक के बाद सभी अमेरिकी सैन्य विमान सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौट आए हैं। अमेरिका का दावा है कि इन हमलों में ईरान की परमाणु क्षमताओं को गंभीर नुकसान पहुंचाया गया है और यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा।
अमेरिकी की ओर से ईरान पर की गई इस सैन्य कार्रवाई को इजरायली PM नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, आपने जो साहसिक कदम उठाया है, वह इतिहास बदल देगा। राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं- शक्ति के जरिए ही शांति आती है। पहले ताकत दिखाई जाती है, फिर शांति स्थापित होती है।
इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा कि आज रात जो अमेरिका ने किया, वैसा कोई दूसरा देश नहीं कर सकता। उन्होंने इसे वैश्विक सुरक्षा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि भविष्य की पीढ़ियां इसे याद रखेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि इजराइल ने पहले ही 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' के तहत ईरान पर कई महत्वपूर्ण हमले किए थे, मगर अमेरिका का इस कदम को दुनिया याद रखेगी।
बता दें कि इजरायल और ईरान के बीच छिड़ी जंग की मुख्य वजह ईरान का परमाणु प्लान है। इजरायल और अमेरिका सहित कई खुफिया एजेंसियों का दावा है कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है। अगर ये रिपोर्ट सही है, तो इससे सबसे ज्यादा खतरा इजरायल को ही है। यही वजह है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु प्रोग्राम के खात्मे तक हमले जारी रहने का ऐलान किया है।
पब्लिश्ड 22 June 2025 at 09:02 IST