अपडेटेड 19 March 2025 at 04:27 IST
Welcome Back Sunita : धरती पर लौटी 'अंतरिक्ष परी' सुनीता विलियम्स, अब तक 9 बार किया स्पेसवॉक
Sunita Williams Return : सुनीता विलियम्स स्पेसवॉक के मामले में पहले स्थान पर हैं। वो 9 बार में 62 घंटे 6 मिनट की स्पेसवॉक कर चुकी हैं।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Sunita Williams return : महज 8 दिनों के लिए अंतरिक्ष गईं अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता वीलियम्स की यात्रा बेहद लंबी हो गई थी। 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद 'भारत की बेटी' ने फ्लोरिडा के तट पर सफल लैंडिंग की है। हालांकि, सुनीता की धरती वापसी की राह इतनी आसान नहीं थी। इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के बाद सुनीता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
सुनीता विलियम्स के साथ 3 अन्य अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग (Nick Hague) और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव (Aleksandr Gorbunov) भी आए हैं। ये चारों एस्ट्रोनॉट्स ने ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में लैंड किया है। सभी अंतरिक्ष यात्रियों की मेडिकल जांच की जाएगी और उनके शारीरिक और मानसिक बदलाव को समझने की कोशिश की जाएगी।
धरती पर लौटने के बाद क्या दिक्कतें?
माइक्रोग्रैविटी के बाद दोबारा से गुरुत्वाकर्षण में आने के बाद थकान, चलने में कठिनाई होने के साथ-साथ शरीर का बैलेंस बनाए रखना बड़ी चुनौती होती है। अगले कुछ महीनों तक अंतरिक्ष यात्रियों को मसल्स एट्रोफी की दिक्कत भी हो सकती हैं। सुनीता विलियम्स को अपनी मांसपेशियां कमजोर लग सकती हैं, जिससे खड़े होना, चलना और संतुलन बनाना शुरू में काफी मुश्किल होगा।
अंतरिक्ष से धरती पर वापस लौटने के बाद लंबे समय तक चलने में परेशानी होती है। अंतरिक्ष यात्रियों को यात्रा के लंबे समय के बाद तक "बेबी फीट" जैसा अनुभव होता है। अंतरिक्ष में महीनों बिताने के बाद शरीर से सख्त त्वचा उतर जाती है। पैर बहुत नरम और कोमल हो जाते हैं। जब तक पैरों में फिर से सख्त त्वचा नहीं बन जाती, तब तक चलना काफी कष्टदायक हो सकता है। इन तमाम परेशानियों को देखते हुए अंतरिक्ष यात्रियों को काफी लंबे वक्त तक अंडर ट्रीटमेंट रखा जाएगा।
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सुनीता ने 9 बार स्पेसवॉक किया
सुनीता विलियम्स स्पेसवॉक के मामले में पहले स्थान पर हैं। वो 9 बार 62 घंटे 6 मिनट की स्पेसवॉक कर चुकी हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर सबसे ज्यादा वक्त बिताने वाली वो तीसरी महिला वैज्ञानिक हैं। पहले पायदान पर 328 दिनों के साथ क्रिस्टीना कोच हैं और दूसरे पायदान पर 289 दिनों के साथ पिग्गी वीटस्न हैं।
- 16 दिसंबर, 2006 - 7 घंटे 31 मिनट
- 31 जनवरी, 2007 - 7 घंटे 55 मिनट
- 4 फरवरी, 2007 - 7 घंटे 11 मिनट
- 8 फरवरी, 2007 - 6 घंटे 40 मिनट
- 30 अगस्त, 2012 - 8 घंटे 17 मिनट
- 5 सितंबर, 2012 - 6 घंटे 28 मिनट
- 1 नवंबर, 2012 - 6 घंटे 38 मिनट
- 16 जनवरी, 2025 - 6 घंटे 00 मिनट
- 30 जनवरी - 2025 5 घंटे 26 मिनट
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 19 March 2025 at 04:27 IST