अपडेटेड 23 May 2025 at 19:26 IST
स्टूडेंट वीजा बैन पर राष्ट्रपति ट्रंप बुरे फंसे, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने Trump प्रशासन पर दर्ज कराई FIR
Harvard University: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर कराया है, जिसमें विदेशी छात्रों के अमेरिका में रहने पर रोक लगाई गई थी। विश्वविद्यालय ने तर्क दिया है कि ट्रंप प्रशासन की ये नाति असंवैधानिक है और व्हाइट हाउस की अवहेलना करने वाले संस्थानों के लिए एक राजनीतिक रूप से प्रेरित सजा है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Harvard University: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर कराया है, जिसमें विदेशी छात्रों के अमेरिका में रहने पर रोक लगाई गई थी। विश्वविद्यालय ने तर्क दिया है कि ट्रंप प्रशासन की ये नाति असंवैधानिक है और व्हाइट हाउस की अवहेलना करने वाले संस्थानों के लिए एक राजनीतिक रूप से प्रेरित सजा है।
बोस्टन में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दायर मुकदमे में, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने दावा किया है कि प्रशासन के इस कदम का विश्वविद्यालय में वर्तमान में नामांकित 7,000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर 'तत्काल और विनाशकारी प्रभाव' पड़ेगा।
7,000 से अधिक विदेशी छात्रों पर पड़ेगा असर
मुकदमे में कहा गया है, “सरकार की कार्रवाई पहले संशोधन का उल्लंघन करती है और इसका हार्वर्ड और 7,000 से अधिक वीजा धारकों पर “तत्काल और विनाशकारी प्रभाव” पड़ेगा।” इसमें आगे कहा गया है, “एक कलम के झटके से, सरकार ने हार्वर्ड के छात्र निकाय के एक चौथाई अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को मिटाने की कोशिश की है, जो विश्वविद्यालय और इसके मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।”
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क्या था ट्रंप प्रशासन का फैसला?
दरअसल, होमलैंड सुरक्षा विभाग ने एक लेटर जारी करते हुए बताया था कि ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों की जानकारी मांगी थी जो कि नहीं दी गई। खासतौर पर उन छात्रों की जानकारी मांगी गई जो इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और फिलिस्तीन के समर्थन में प्रोटेस्ट को आगे बढ़ा रहे थे। जिसके बाद ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट और एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम के तहत सर्टिफिकेट को रद्द कर दिया।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 23 May 2025 at 19:26 IST