अपडेटेड 24 June 2025 at 22:24 IST
इजरायल ने 13 जून 2025 को ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला शुरू किया। इजरायल ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को रोकना चाहता था, इसलिए उसपर ताबड़तोड़ हमले कर रहा था। इजरायली एयरस्ट्राइक के बीच अमेरिका ने भी ईकरान पर हमले में एंट्री कर ली। 22 जून की रात को अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। 13 जून से लेकर 23 जून तक ईरान पर जारी एयरस्ट्राइक में करीब 606 लोग मारे जा चुके है।
ईरान के स्वास्थ्य विभाग की ओर से साझा जानकारी के अनुसार, इन 606 लोगों में से सोमवार को 107 लोगों की मौत हुई। तेहरान में एक बैठक के दौरान ईरान के स्वास्थ्य मंत्री ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से साझा जानकारी के अनुसार 95 फीसदी लोग हमले वाली जगह पर मारे गए। हालांकि, अन्य मीडिया रिपोर्ट्स की बात करें, तो इस हमले में मारे गए लोगों की संख्या 800 से लेकर 1000 के बीच है। वहीं हमले में घायलों का आंकड़ा 3500 के करीब है।
ईरान और इजरायल के बीच मंगलवार सीजफायर हो गया। हालांतकि, कुछ ही घंटों के बाद फिर से हमला शुरू हो गया। इस बीच इजरायल की इमरजेंसी सर्विस ने 12 दिनों की लड़ाई के आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों के अनुसार, ईरान की तरफ से किए गए इस हमले में इजरायल के 1,347 लोग प्रभावित हुए। इनमें 28 की मौत हो गई, 17 गंभीर रूप से घायल और 29 मामूली रूप से घायल हैं। इसके अलावा 872 हल्के रूप से घायल और 401 का चिंता के लिए इलाज किया गया।
13 जून- इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के साथ इस हमले की शुरुआत की। इजरायली डिफेंस फोर्स ने 200 फाइटर जेट से ईरान के छह शहरों पर हमला बोला। इनमें से कई ईरान के परमाणु ठिकाने थे। इस हमले में ईरान के 20 सीनियर मिलिट्री ऑफिसर, 9 न्यूक्लियर साइंटिस्ट समेत अन्य शामिल हैं। इस दिन करीब 78 मौतें हुई। इजरायल पर ईरान ने इसके बाद 100 ड्रोन अटैक किए, जिसमें ज्यादातर हवा में ही नष्ट कर दिए गए।
14 जून- इस दिन ईरान ने ट्रू प्रॉमिस 3 ऑपरेशन शुरू किया और इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए। कई मिसाइल ने इजरायल में कुछ-कुछ जगहों पर तबाही मचाई। वहीं इजरायल भी ईरान पर हमले करता रहा।
15 जून- ईरान के सहयोगी देशों ने भी ईरान पर हमले करना शुरू कर दिया। ईरान ने इजरायल के प्रमुख शहर तेलअवीव, हाइफा और बात जैसे जगहों पर हमले शुरू कर दिए। वहीं इजरायल ने ईरान के तेल और गैस रिफायनरी पर हमला शुरू कर दिया और भारी तबाही पहुंचाई। इजरायल के इस हमले में ईरान का भारी नुकसान हुआ।
16 जून- ईरान ने तेल अवीव और हाइफा जैसे प्रमुख शहरों में करीब 100 मिसाइलें दागी। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इजरायल के डिफेंस सिस्टम के आयरन डोम, डेविड स्लिंग्स को भी नुकसान पहुंचाया।
17 जून- इजरायल ने ईरान के वारटाइम चीफ ऑफ स्टॉफ अली शादमानी को ढेर कर दिया। इजरायल ने वारटाइम चीफ ऑफ स्टॉफ को उनकी नियुक्ति के 4 घंटे के अंदर ही निपटा दिया। इतना ही नहीं IDF ने ईरान के मिसाइल लांचरों और हथियारों के भंडारों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। वहीं दूसरी ओर ईरान ने भी इजरायली खुफिया एजेंसियों और मोसाद के ऑपरेशनल सेंटर को निशाना बनाया।
18 जून- इजरायल ने खोजिर में ईरान की मिसाइल उत्पादन यूनिट और न्यूक्लियर एनर्जी के इस्तेमाल होने वाले सेंट्रीफ्यूज यूनिट पर हमला बोला। तेहरान और करज में धमाके हुए। वहीं दूसरी ओर ईरान ने भी तेल अवीव, येरूशलम और हाइफा में मिसाइलें दागी। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका को इजरायल का साथ ना देने की खुली धमकी दी।
19 जून- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि दो हफ्ते में सोचेंगे कि ईरान पर हमला करें या नहीं। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि ईरान को बिना शर्त के सरेंडर कर देना चाहिए।
20 जून- ईरानी अधिकारियों ने जिनेवा में यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की।
21 जून- अमेरिका के मिसौरी शहर में B2 बॉम्बर्स ने उड़ान भरी। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने अपने उत्तराधिकारी के तीन विकल्पों को चुना।
22 जून- अमेरिका ने ईरान के तीन शहरों में न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला बोल दिया। US ने ईरान के नातांज, इस्फहान और फोरडो संयंत्रों को तबाह कर दिया।
23 जून- ईरान ने कतर, सीरिया, बहरीन, इराक समेत अन्य जगहों पर स्थित अमेरिकी एयरबेसों पर ताबड़तोड़ हमले किए। इजरायल ने भी ईरान पर हमला जारी रखा।
24 जून- अमेरिका ने ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर का ऐलान किया। हालांकि, सीजफायर के कुछ ही समय बाद फिर से हमले की खबर सामने आई।
पब्लिश्ड 24 June 2025 at 22:24 IST