अपडेटेड 18 June 2025 at 07:36 IST
Israel-Iran War: क्या ईरान के खिलाफ जंग में होगी अमेरिका की एंट्री? बढ़ते तनाव के बीच ट्रंप और नेतन्याहू ने फोन पर की बात
ईरान से जारी संघर्ष के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर लंबी बात की है। इस जंग में अब अमेरिकी की एंट्री की संभावना जताई जा रही है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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इजराइल और ईरान के बीच जारी सैन्य संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। धीरे-धीरे यह जंग भीषण रूप लेता जा रहा है। दोनों देशों की तरफ से तबाड़तोड़ मिसाइलें दागी जा रही है। इस संघर्ष में अब तक 220 से ज्यादा ईरानी नागरिक मारे जा चुके हैं, जिनमें 70 से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। दूसरी ओर, ईरान के जवाबी हमलों में इजरायल को भी बड़ा नुकसान हुआ है और अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, अब इस जंग में अमेरिका के कूदने की आशंका जताई जा रही है।
मीडिल ईस्ट में जारी संघर्ष को देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप अपनी G7 यात्रा बीच में ही छोड़ के अमेरिका लौट आए। व्हाइट हाउस लौटते ही ट्रंप ने इजरायल-ईरान जंग को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट किए, जिससे अब ये आशंका जताई जा रही है कि इस जंग में अमेरिकी की एंट्री संभव है। ईरान को चेतावनी देते हुए ट्रंप ने कहा, 'अब ईरान के आसमान पर अमेरिका का नियंत्रण है।'
ट्रंप और नेतन्याहू ने फोन पर की बात
मंगलवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर लंबी बात की। व्हाइट हाउस के अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। इजराइल और ईरान को लेकर ट्रंप ने व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम में अपनी नेशनल सिक्योरिटी टीम के साथ घंटों मीटिंग की और संघर्ष से संबंधित विकल्पों की समीक्षा की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल व्हाइट हाउस पर ईरान के साथ अपने संघर्ष में हस्तक्षेप करने का दबाव बना रहा है।
ईरान के आसमान पर अमेरिका का नियंत्रण-ट्रंप
ट्रंप ने मंगलवार रात अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रूथ' पर लगातार तीन पोस्ट किए, जिनमें उन्होंने दावा किया कि "अब ईरान के आसमान पर अमेरिका का नियंत्रण है। उन्होंने दूसरे पोस्ट में लिखा, हम जानते हैं कि ईरान का सुप्रीम लीडर कहां छिपा हुआ है। वहां पहुंचना बेहद आसान है, लेकिन हम उसे मारेंगे नहीं। कम से कम अभी नहीं। लेकिन हम नहीं चाहते कि मिसाइलें नागरिकों या अमेरिकी सैनिकों पर दागी जाए। मगर हमारा धैर्य खत्म होता जा रहा है। अब ट्रंप की इस चेतावनी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है कि क्या अमेरिका अब इजराइल की ओर से चलाए जा रहे सैन्य अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
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ईरान को अमेरिका सरेंडर करने को कहा
एक और पोस्ट में ट्रंप ने लिखा, 'अनकंडीशनल सरेंडर' यानी 'बिना शर्त आत्मसमर्पण' । इसे विश्लेषकों ने ईरान पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा है, जिसमें ईरान से उम्मीद की जा रही है कि वह इजराइल के खिलाफ अपना युद्ध रोक दे और हथियार डाल दे।
जंग में अमेरिकी की होगी एंट्री?
हालांकि, व्हाइट हाउस की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है कि अमेरिका वास्तव में ईरानी हवाई क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों में शामिल है या नहीं। लेकिन ट्रंप के बयानों से यह तो साफ हो गया है कि अमेरिका इस संघर्ष में अब एक निर्णायक मोड़ पर खड़ा हो सकता है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 18 June 2025 at 07:36 IST