Updated April 20th, 2024 at 13:36 IST

डार्क वेब के जरिए प्रतिबंधित पदार्थ बेचने पर भारतीय को पांच साल की सजा

America: डार्क वेब के जरिए प्रतिबंधित पदार्थ बेचने पर भारतीय को पांच साल की सजा सुनाई गई है।

भारतीय को पांच साल की सजा | Image:Unsplash
Advertisement

America: अमेरिका में 40 वर्षीय भारतीय नागरिक को ‘डार्क वेब मार्केटप्लेस’ पर प्रतिबंधित पदार्थ बेचने के मामले में पांच साल कारावास की सजा सुनाई गई है और उससे लगभग 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर जब्त किए जाने का आदेश दिया गया है।

डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है, जहां तक आम सर्च इंजन नहीं पहुंच पाता और इस तक विशेष वेब ब्राउजर के जरिए ही पहुंचा जा सकता है।

Advertisement

हल्द्वानी के बनमीत सिंह को अमेरिका के अनुरोध पर अप्रैल 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था।

उसे मार्च 2023 में अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया। उसने प्रतिबंधित पदार्थों को बचने और धनशोधन की साजिश के आरोपों को जनवरी में स्वीकार किया।

Advertisement

प्रतिबंधित पदार्थ आम तौर पर ऐसी दवा या रसायन होता है जिसका निर्माण और उपयोग सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

अदालती दस्तावेजों और अदालत में दिए गए बयानों के अनुसार, बनमीत ने फेंटेनाइल, एलएसडी, एक्स्टसी, जैनैक्स, केटामाइन और ट्रामाडोल जैसे नियंत्रित पदार्थ बेचने के लिए सिल्क रोड, अल्फा बे, हंसा समेत कई अन्य डार्क वेब मार्केटप्लेस पर विक्रेता विपणन साइट बनाईं।

Advertisement

ग्राहकों ने इन साइट का उपयोग करके सिंह से ऑर्डर की गई दवाओं के लिए क्रिप्टोकरेंसी के जरिए भुगतान किया। इसके बाद सिंह ने व्यक्तिगत रूप से यूएस मेल या अन्य शिपिंग सेवाओं के माध्यम से यूरोप से अमेरिका तक दवाओं की खेप पहुंचाने की व्यवस्था की।

एक अधिकारी ने बताया कि इस काम के जरिए बनमीत ने करीब 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए।

Advertisement

ये भी पढ़ें: उत्तर कोरिया ने किया ‘अत्यधिक बड़े’ क्रूज मिसाइल मुखास्त्र और विमान रोधी मिसाइल का परीक्षण

Advertisement

Published April 20th, 2024 at 13:36 IST

Whatsapp logo