अपडेटेड 11 August 2025 at 09:02 IST
मोदी और ट्रंप कभी एक-दूसरे को अच्छे दोस्त कहते थे, फिर रणनीतिक साझेदारी के बावजूद भारत को टैरिफ का भारी सामना कैसे करना पड़ा?
डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी के बीच कभी अच्छी दोस्ती के दावे किए जाते थे। 6 अगस्त को ट्रंप ने रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर 25% अतिरिक्त आयात शुल्क लगाने का ऐलान किया। जिससे भारत पर लगने वाला कुल टैरिफ 50% हो जाएगा।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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India US Tariff : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कभी अच्छी दोस्ती के दावे किए जाते थे। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया, एक-दूसरे की तारीफ की और स्टेडियम की रैलियों में साथ-साथ नजर आए। दोनों ने एक-दूसरे को अपना अच्छा दोस्त बताया था, लेकिन कुछ घटनाओं ने इस रिश्ते को बिगाड़ दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल की खरीद के लिए भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। जिससे अमेरिका द्वारा अपने सहयोगी पर लगाया गया कुल टैरिफ 50% हो जाएगा। भारत ने ट्रंप के अतिरिक्त टैरिफ को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। ट्रंप के टैरिफ और भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने से लेकर पाकिस्तान की ओर अमेरिका के झुकाव तक, नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच चल रहे टकराव को नजरअंदाज करना थोड़ा मुश्किल है।
भारत पर कैसे बढ़ा टैरिफ?
ट्रंप ने भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा ऐसे समय में की है, जब दोनों देश एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। एशिया में अमेरिका के रणनीतिक साझेदार भारत को भारी टैरिफ का सामना करना पड़ा है। फरवरी में ट्रंप ने कनाडा, मेक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाए। शुरुआत में उन्होंने भारत को बख्शा, हालांकि उन्होंने बार-बार भारत को टैरिफ किंग कहा, लेकिन धमकी दी कि आने वाले समय में टैरिफ बढ़ जाएंगे।
इसके बाद 14 फरवरी को व्यापार संबंधी चिंताओं को सुलझाने के प्रयास में पीएम मोदी ने वाशिंगटन में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। भारत और अमेरिका एक व्यापार समझौते पर काम करने और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि यह लक्ष्य कैसे हासिल किया जाएगा। मोदी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह सौदा इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। लेकिन ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी दी।
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भारत-पाकिस्तान युद्ध
10 मई को ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को संभावित व्यापारिक रियायतें देकर उनके बीच युद्ध को रोका है। हालांकि भारत ट्रंप के दावों से नाराज है और उनके दावे का खंडन करता है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद मई में भारत और पाकिस्तान के बीच कई सैन्य हमले हुए। आतंकी हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था। पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया। ट्रंप लगभग दो दर्जन बार दोहरा चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन भारत इससे इनकार करता है।
25% टैरिफ
27 जून को ट्रंप ने संकेत दिया था कि भारत के साथ एक बहुत बड़ा सौदा लगभग तय है। इसके बाद 31 जुलाई को उन्होंने भारतीय आयातों पर 25% टैरिफ लगाया। उन्होंने रूसी तेल खरीदने के कारण भारत को और अधिक टैरिफ लगाने की चेतावनी दी। इसके बाद 6 अगस्त को डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल खरीदने से नाराज होकर भारत पर 25% अतिरिक्त आयात शुल्क लगाने का ऐलान कर दिया। जिससे भारत पर लगने वाला कुल टैरिफ 50% हो जाएगा। ये शुल्क 21 दिनों के बाद लागू होंगे।
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पाकिस्तान की ओर झुकाव
पीएम मोदी ने खुद को एक ऐसे नेता के रूप में स्थापित किया है, जो पाकिस्तान के प्रति सख्त है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, उन्होंने पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए भारी कूटनीतिक प्रयास किए हैं। इसलिए ट्रंप के दावों ने एक गहरा घाव दिया है। पीएम मोदी ने ट्रंप के दावों को खारिज करते हुए कहा कि "दुनिया के किसी भी देश ने भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई को नहीं रोका"।
ट्रंप पाकिस्तान के प्रति भी गर्मजोशी दिखाते दिख रहे हैं, यहां तक कि उन्होंने उसके आतंकवाद-रोधी प्रयासों की भी सराहना की है। भारत पर टैरिफ लगाने के कुछ ही घंटों बाद, ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ एक बड़े तेल समझौते की घोषणा करते हुए कहा कि किसी दिन भारत को इस्लामाबाद से तेल खरीदना पड़ सकता है। इससे पहले, उन्होंने असीम मुनीर के साथ एक निजी लंच पर भी मेजबानी की थी।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 11 August 2025 at 09:02 IST