अपडेटेड 4 July 2025 at 10:13 IST
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी जीत हुई है। उनकी महत्वाकांक्षी 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल' अमेरिकी संसद के दोनों सदनों से पास हो गया है। यह विधेयक 218-214 के मामूली अंतर से पास हुआ। अब बिल पर हस्ताक्षर लिए राष्ट्रपति के पास भेज गया है।राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा। ये बिल राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यालय की बड़ी जीत बताई जा रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बहुचर्चित 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल' गुरुवार देर रात हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स से आखिरकार पास हो गया। बिल के पक्ष में 218 और विरोध में 214 मत पड़े। बिल के समर्थन में मतदान के दौरान दो रिपब्लिकन सांसदों ने पार्टी लाइन से हटते हुए डेमोक्रेटिक खेमे के पक्ष में वोट डाला। इसके बावजूद, विधेयक को बहुमत प्राप्त हुआ, जिससे ट्रंप ने राहत की सांस ली। अब बिल को राष्ट्रपति की अंतिम मंजूरी के लिए भेजा गया है।
बिल के पास होते ही राष्ट्रपति ट्रंप ने खुशी जताते हुए इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मैंने लाखों अमेरिकी परिवारों को 'डेथ टैक्स' से मुक्त कर दिया है। स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले इससे बड़ा तोहफा देश को नहीं दिया जा सकता। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति ट्रंप शुक्रवार शाम 5 बजे इस ऐतिहासिक बिल पर हस्ताक्षर करेंगे। यह समारोह स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया जाएगा।
करीब 800 से अधिक पन्नों वाले इस विधेयक को पारित कराने में ट्रंप प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी। सीनेट में भी मंगलवार (1 जुलाई) को देर रात तक तीखी बहस चलती थी। इस दौरान काफी हंगामा भी हुआ थी। कई घंटों तक चली मैराथन बहस और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के के वोट के बाद आखिरकार बिल अमेरिकी सीनेट से पास हुआ था। वहीं, गुरुवार को अमेरिकी संसद में भी बिल को लेकर लंबी बहस चली।
बिल रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने पूरी रात काम किया, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप ने व्यक्तिगत रूप से कई सांसदों पर दबाव बनाकर आवश्यक समर्थन जुटाया। यह बिल कर में बड़ी छूट और सरकारी खर्चों में कटौती के उद्देश्य से लाया गया है और इसे ट्रंप की आर्थिक नीति का केंद्रीय स्तंभ माना जा रहा है। इस बिल में टैक्स कटौती, सेना का बजट, रक्षा और ऊर्जा उत्पादन के लिए बढ़े हुए खर्च, साथ ही स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रमों में कटौती जैसे प्रमुख प्रावधान शामिल हैं।
ट्रंप प्रशासन के अनुसार, ये बिल 2017 के टैक्स कट्स एंड जॉब्स एक्ट को स्थायी रूप से लागू करने के साथ-साथ उनके चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बिल में ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान 2017 में लागू किए गए $4.5 ट्रिलियन कर छूट को प्राथमिकता दी गई है। बिल के पारित होने से कांग्रेस के अंदर मतभेद पैदा हो गया है। इसके अतिरिक्त, बिल में नए कर छूट शामिल हैं, जैसे कि श्रमिकों को टिप और ओवरटाइम वेतन में कटौती करने की अनुमति देना, और $75,000 प्रति वर्ष से कम कमाने वाले अधिकांश वृद्ध वयस्कों के लिए $6000 की कटौती।
ये बिल अवैध प्रवासियों के बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन के लिए खर्च बढ़ाने से भी जुड़ा है, जबकि अन्य विपक्षी का मानना है कि इस खर्च का असर देश के स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर पड़ने की संभावनाएं हैं। इसी बिल को लेकर उद्योगपति मस्क और ट्रंप के बीच रार चल रहा है। एलन मस्क समेत एक बड़ा वर्ग इस बिल के खिलाफ है और आलोचना कर रहा है।
पब्लिश्ड 4 July 2025 at 09:46 IST