अपडेटेड 31 July 2025 at 23:43 IST
Trump Tariff: दोस्त-दोस्त कह कर भारत पर 25 फीसदी टैरिफ और पाकिस्तान में ट्रंप को दिख रहा तेल... प्रेशर पॉलिटिक्स या कुछ और?
India-US news: एक ओर तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया। दूसरी ओर उन्होंने कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान संग एक डील की घोषणा कर दी। क्या ये ट्रंप की भारत पर दबाव बनाने की रणनीति है?
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
- 3 min read

US Tariff on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अलग ही खेल खेलने की कोशिश कर रहे हैं। एक ओर तो भारत को अपना 'दोस्त' कहकर उन्होंने 25 परर्सेंट टैरिफ लगाने का ऐलान किया। ये टैरिफ कल, 1 अगस्त से लागू भी होने जा रहा है। इस बीच उन्होंने पाकिस्तान से एक डील भी कर डाली, जिसके तहत दोनों देश मिलकर विशाल तेल भंडार का संयुक्त रूप से विकास करेंगे। ट्रंप के इस फैसले पर कई सवाल उठ रहे हैं। भारत पर टैरिफ लगाकर, पाकिस्तान से डील करना... क्या ये उनकी प्रेशर बनाने की रणनीति है या इसके पीछे उनका खेल कुछ और है?
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाने का ऐलान ऐसे समय पर किया, जब दोनों देशों के बीच ट्रेड डील पर लंबे वक्त से बातचीत चल रही है। ये डील अबतक फाइनल नहीं हो पाई। वजह है अमेरिका के दबाव के आगे भारत झुका नहीं।
कहां फंस गई भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील?
भारत और यूएस के बीच ट्रेड डील में कई चीजों को लेकर पेंच फंस रहा है। इसमें सबसे अहम मुद्दा है कृषि और डेयरी प्रोडक्ट्स। अमेरिका संग बातचीत में भारत ने कृषि और डेयरी क्षेत्र को खोलने का विरोध किया है। इसके पीछे साफ तर्क दिया गया कि अगर सस्ते, सब्सिडी वाले अमेरिकी कृषि उत्पादों को यहां आने का मौका दिया जाता है, तो इससे लाखों छोटे किसानों को आर्थिक नुकसान होगा।
भारत पर टैरिफ, पाकिस्तान संग ट्रंप ने की डील
भारत और अमेरिकी के बीच ट्रेड डील को लेकर बातचीत जारी थी। इस बीच अबतक डील न होने पर राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने का तो ऐलान कर दिया। साथ ही साथ रूस से तेल खरीदने पर उन्होंने फिर एक बार अपनी भड़ास निकाली। टैरिफ का ऐलान करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने बीते दिन पोस्ट में कहा कि भारत रूस से हथियार और तेल खरीद रहा है, इसलिए उसने जुर्माना भी वसूला जाएगा। इससे पहले भी कई बार ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने पर नाराजगी जताई है।
Advertisement
एक ओर तो ट्रंप ने बीते दिन ही भारत पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया। वहीं, इसके कुछ घंटों बाद ही उन्होंने पाकिस्तान संग डील की भी घोषणा कर दी। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान के साथ एक डील फाइनल की है। दोनों मिलकर तेल भंडारों का विकास करेंगे। इतना ही नहीं उनका कहना है कि शायद एक दिन ऐसा भी आए जब पाकिस्तान भारत को तेल बेचें।
अब जिस पाकिस्तान में उसके सबसे अच्छे दोस्त चीन को भी तेल नहीं दिखा। भला अमेरिका को कैसे दिख गया। दरअसल, अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन और वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों बताते हैं कि 2016 तक पाकिस्तान के पास 353.5 मिलियन बैरल तेल भंडार था। वैश्विक स्तर पर इस मामले में वे 52वें नंबर पर है। पूरी दुनिया का पाकिस्तान के पास केवल 0.021% ही तेल भंडार है। ज्यादातर तेल रिजर्व्स ब्लूचिस्तान में हैं, जहां अक्सर तनाव बना रहता है। हालांकि पिछले साल 2024 में पाकिस्तान की समुद्री सीमा में तेल और गैस का बड़ा भंडार मिलने का दावा किया गया था।
Advertisement
क्या भारत पर दबाव बनाने की है रणनीति?
देखा जाए तो पिछले कुछ समय में पाकिस्तान और अमेरिका की नजदीकियां बढ़ी हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को व्हाइट हाउस बुलाया और उनके साथ लंच भी किया था।
हो सकता है कि डोनाल्ड ट्रंप के इन कदमों के पीछे प्रेशर पॉलिटिक्स हो। जब भारत उनकी शर्तों पर ट्रेड डील करने को राजी नहीं हुआ, तो वो पाकिस्तान को करीब आकर भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हो। जिससे भारत उनके आगे झुक जाए और ट्रंप की शर्तों पर ये ट्रेड डील हो।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 31 July 2025 at 23:43 IST