अपडेटेड 20 June 2025 at 19:14 IST
Trump-Munir Meet: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इन दिनों पाकिस्तान को लेकर विशेष प्रेम नजर आ रहा है। ट्रंप ने हालिया बयान में कहा था कि वह पाकिस्तान के साथ एक समझौता करने की कोशिश में है जिससे कि दोनों देशों के संबंधों में सुधार आएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ट्रंप ने बुधवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर के साथ वर्किंग लंच किया। मुनीर से मुलाकात के बाद ट्रंप ने कहा कि उन्हें सम्मानित महसूस हुआ और उन्होंने उन्हें स्मार्ट व्यक्ति बताया।
ट्रंप और मुनीर में क्या डील हुई?
डोनाल्ड ट्रंप और मुनीर के बीच में इस वर्किंग लंच में क्या बात हुई यह तो खुलकर सामने नहीं आई है लेकिन दोनों देशों के बीच कुछ पक रहा है इसका अंदेशा जरूर लगाया जा सकता है। ट्रंप जिस डील की बात कर रहे हैं अगर वह पूरी होती है तो यह दोनों देशों के संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रंप ने पाकिस्तान को सैन्य मदद देने जैसी बातें कही हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि बदले में ट्रंप पाकिस्तान से क्या चाहते हैं? आखिर ट्रंप पाकिस्तान के साथ नजदीकियां क्यों बढ़ाना चाहते हैं?
पाकिस्तान बहाना ट्रंप साध रहे चीन पर निशाना?
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान को अपने करीब लाकर चीन पर निशाना साधने की कोशिश कर रहे हैं। रिपोर्ट्स की माने तो ट्रंप ने मुनीर से पाकिस्तान की सैन्य ठिकानों पर नियंत्रण मांगा है। ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिका को पाकिस्तान के सैनिक ठिकानों पर पूरी तरह एक्सेस हासिल करें।
पाकिस्तान मानेगा ट्रंप का ऑफर?
इस मुलाकात के बाद बड़ा सवाल यही पैदा होता है कि क्या पाकिस्तान अमेरिका को अपने सैन्य ठिकाने और बंदरगाह मुहैया कराएगा, क्योंकि ट्रंप ने एक शर्त रखी है कि अगर यह समझौता हुआ तो वह इस शर्त पर होगा कि पाकिस्तान को चीन और रूस के साथ अपना लेन देन बंद करना होगा। जो कि मौजूदा हालात को देखकर तो नामुमकिन लगता है।
दक्षिण एशिया के साथ-साथ पश्चिम एशिया में पकड़ चाहते हैं ट्रंप
अब बड़ा सवाल यह है कि चीन के कर्ज तले सर से पांव तक डूबे पाकिस्तान में क्या हिम्मत है कि वह चीन से अपना मुंह मोड़ ले, क्योंकि हाल ही में पाकिस्तान चीन के करीब हुआ है और उसने चीन से लड़ाकू विमान, मिसाइल व अन्य सैनिक प्रणालियों प्राप्त की है। चीन के एहसान तले कर्ज में डूबे पाकिस्तान को ट्रंप का ऑफर कितना समझ आता है और क्या वह इसे स्वीकार कर पता है यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन फिलहाल इतना जरूर कहा जा सकता है कि ट्रंप दक्षिण एशिया के साथ-साथ पश्चिम एशिया में अपनी पैंठ मजबूत करने के लिए पाकिस्तान के कंधे का सहारा लेना चाहते हैं।
पब्लिश्ड 19 June 2025 at 23:00 IST