Published 09:23 IST, September 11th 2024
औरतों को अपनी बॉडी के साथ क्या करना है ये ना बताएं; अबॉर्शन पर हैरिस ने ट्रंप को दिया करारा जवाब
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस (Kamala Harris) और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच में अमेरिका में गर्भपात के मुद्दे को लेकर जोरदार बहस हुई।
US Presidential Debate: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में अब दो महीने से भी कम का वक्त बचा है। 5 नवंबर को मतदान होने हैं। इससे पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस ( Kamala Harris ) और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) अपनी पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में आज आमने-सामने आए। इस बीच दोनों के बीच में अमेरिका में गर्भपात के मुद्दे को लेकर जोरदार बहस हुई, जिस पर हैरिस ने ट्रंप को करारा जवाब दिया।
मालूम हो कि दोनों नेताओं के बीच पहली बार आमना-सामना हुआ, जिसमें उन्होंने अमेरिकी विदेश नीति, अर्थव्यवस्था, सीमा सुरक्षा और गर्भपात जैसे विषयों पर अपने तर्क रखे। दोनों नेताओं के बीच यह बहस व्हाइट हाउस (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास और कार्यालय) के लिए उनकी दावेदारी के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
गर्भपात पर ट्रंप और हैरिस ने रखे अपने तर्क
ABC न्यूज पर हुई डिबेट में अमेरिका में गर्भपात पर बैन के मुद्दे पर गरमागरम बहस हुई। इस दौरान ट्रंप ने गर्भपात नीति को डिफेंड किया। इसी के साथ उन्होंने अबॉर्शन पर 6 हफ्ते के बैन को सपोर्ट किया। ट्रंप ने कहा कि अबॉर्शन पर डेमोक्रेट्स की नीतियां वही पुरानी रही है। इस पर कमला हैरिस ने अपना पक्ष रखते हुए महिलाओं के च्वाइस की आजादी की वकालत की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को यह अधिकार होना चाहिए कि उन्हें अपनी बॉडी के साथ क्या करना है और क्या नहीं।
अबॉर्शन बैन पर कमला हैरिस का ट्रंप पर हमला
कमला हैरिस ने कहा, 'सरकार और डोनाल्ड ट्रंप को महिलाओं को यह नहीं बताना चाहिए कि उन्हें अपने शरीर के साथ क्या करना है और क्या नहीं। अगर ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए तो वह पूरे देश में अबॉर्शन रोकने वाले बिल पर साइन कर देंगे। '
अबॉर्शन बैन लगाने वाले बिल पर विटो करेंगे ट्रंप?
क्या अबॉर्शन पर राष्ट्रीय स्तर पर बैन लगाने वाले बिल पर विटो करेंगे? इस सवाल पर ट्रंप ने कहा कि ‘उन्हें ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि ऐसा कोई भी बिल कांग्रेस से अनुमोदन हासिल नहीं कर पाएगा।’
कमला ने अबॉर्शन से जुड़े कानून पर उठाए सवाल
कमला हैरिस ने आगे कहा कि 20 से अधिक राज्यों में ट्रंप की नीतियों से प्रभावित अबॉर्शन से जुड़े कानून लागू हैं। इस कानून के चलते अबॉर्शन बैन है। यही कारण है कि अबॉर्शन से जुड़े मामले में चिकित्सकों का स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना अपराध बनाता है। उन्होंने कहा कि यह नियम अबॉर्शन के मामले में कोई अपवाद का पालन नहीं करते।
पलटवार करते हुए क्या बोले ट्रंप?
ट्रंप ने 6 महीने के अबॉर्शन बैन के समर्थन करते हुए अपने फैसले का बचाव किया और कहा कि डेमोक्रेट गजब के रेडिकल हैं, जो नौवें महीने में अबॉर्शन को सही मानते हैं।
हैरिस ने कहा कि अगर ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बनते हैं तो वह राष्ट्रीय गर्भपात प्रतिबंध विधेयक पर हस्ताक्षर करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि एक राष्ट्रीय गर्भपात निगरानी तंत्र होगा जो आपकी गर्भावस्था, आपके गर्भपात की निगरानी करेगा। मुझे लगता है कि अमेरिकी लोगों का मानना है कि कुछ स्वतंत्रताएं विशेष रूप से अपने शरीर के बारे में निर्णय लेने की स्वतंत्रता, सरकार द्वारा नहीं दी जानी चाहिए। इस पर पलटवार करते हुए ट्रंप ने कहा कि गर्भपात की नीति राज्यों द्वारा तय की जानी चाहिए।
बता दें कि साल 2020 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court) ने रो बनाम वेड फैसले द्वारा स्थापित गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को खत्म (Abolished Constitutional Right) कर दिया था। 1973 के इस फैसले ने पूरे देश में गर्भपात को वैध (Legalized Abortion) बना दिया था।
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Updated 14:38 IST, September 11th 2024