अपडेटेड 19 December 2024 at 12:26 IST
पाकिस्तान पर अमेरिका का बड़ा एक्शन, मिसाइल प्रोग्राम में मदद करने वाली 4 संस्थाओं पर लगाया प्रतिबंध
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे को देखते हुए अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
- 2 min read

US Slaps More Sanctions on Pakistan: कर्ज, कंगाली और तमाम समस्याओं से जूझ रहे पाकिस्तान को अमेरिका को फिर एक बार बड़ा झटका दिया है। अमेरिका ने बैलिस्टिक मिसाइल प्रोगाम में मदद कर रही 4 प्रमुख इकाइयों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें वो संस्थाएं शामिल हैं, जो ऐसे हथियारों के प्रसार या वितरण में योगदान दे रही थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे को देखते हुए अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया है।
इन संस्थाओं पर लिया है एक्शन
बुधवार (18 दिसंबर) को अमेरिका ने सरकारी एयरोस्पेस एवं रक्षा एजेंसी नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स समेत चार पाकिस्तानी कंपनियों पर बैन लगाया। NDC के अलावा तीन अन्य संस्थाएं ‘अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड’, ‘एफिलिएट्स इंटरनेशनल’ और ‘रॉकसाइड एंटरप्राइज’ हैं। ये तीनों कराची में स्थित हैं, जबकि एनडीसी इस्लामाबाद में है।
जान लें कि एनडीसी ने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए सामग्री हासिल करने के लिए काम किया है।
Advertisement
अमेरिका ने बयान में क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा कि अमेरिका का यह आकलन है कि NDC पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास के लिए जिम्मेदार है। इसमें शाहीन सीरीज की बैलिस्टिक मिसाइल भी शामिल हैं। वहीं, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड ने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरणों की आपूर्ति के लिए एनडीसी के लिए काम किया है। एफिलिएट्स इंटरनेशनल ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक-मिसाइल कार्यक्रम को लेकर एनडीसी और अन्य के लिए उपकरण खरीदे हैं।
बयान में आगे कहा गया कि रॉकसाइड एंटरप्राइज ने भी पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरणों की आपूर्ति के लिए एनडीसी के लिए काम किया है।
Advertisement
अमेरिका का कहना है कि उसने पाकिस्तान की लंबी दूरी की मिसाइल के प्रसार के खतरे को देखते हुए और जनहानि को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। वहीं, अमेरिका के इस फैसले के चलते कोई भी पाकिस्तान की प्रतिबंधित कंपनियों को अमेरिकी सामान नहीं भेजा जाएगा। यही नहीं, अमेरिका के नागरिक या फिर बिजनेसमैन इनके साथ न तो जुड़ सकेंगे न ही व्यापार या नौकरी कर सकते हैं।
वहीं, अमेरिका के इस कदम पर पाकिस्तान की भी प्रतिक्रिया आई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कार्रवाई को “दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण” बताया है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 19 December 2024 at 12:26 IST