अपडेटेड 29 May 2025 at 07:24 IST
Covid-19: फिर सताने लगा कोरोना का खतरा, WHO ने जारी किया अलर्ट, भारत से लेकर अमेरिका-चीन तक हड़कंप
भारत समेत दुनियाभर के 20 से ज्यादा देशों में कोरोना वायरस पैर पसार चुका है। हर दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती नजर आ रही है। WHO ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर की है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Covid-19 news: कोरोना वायरस एक बार फिर रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। कई देशों में कोविड के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिसको लेकर टेंशन बढ़ने लगी है। इसके पीछे कोरोना के नए वेरिएंट्स को जिम्मेदार माना जा रहा है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने कोरोना के नए वेरिएंट्स को लेकर अलर्ट जारी किया है। WHO ने यह भी बताया कि दुनियाभर किस वेरिएंट्स के मामले फिलहाल सबसे ज्यादा मामले मिल रहे हैं।
भारत समेत दुनियाभर के 20 से ज्यादा देशों में कोरोना वायरस पैर पसार चुका है। हर दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती नजर आ रही है। WHO ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर की है।
बढ़ रहा कोरोना टेस्ट का पॉजिटिविटी रेट
एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना के जो दो नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 मिले हैं, वो ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स हैं। इनमें कुछ नए म्यूटेशन पाए गए हैं, जिससे यह ज्यादा संक्रामक बन गए हैं। WHO ने फिलहाल इन दोनों ही वेरिएंट्स को फिलहाल Variants of Monitoring यानी निगरानी की श्रेणी में रखा है। फिलहाल इन्हें गंभीर या जानलेवा नहीं माना गया है।
हालांकि जिस स्पीड से नए वेरिएंट्स के मामले बढ़ते दिख रहे हैं, वो चिंता जरूर बढ़ाते हैं। WHO के आंकड़ों पर गौर करें तो कोविड टेस्ट में पॉजिटिविटी रेट 11 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो जुलाई 2024 के बाद सबसे ज्यादा है। संगठन के मुताबिक साल 2025 की शुरुआत से कोरोना वायरस के वेरिएंट्स के ट्रेंड में बदलाव देखने को मिला। LP.8.1 वेरिएंट के मामले घटते नजर आए, तो वहीं NB.1.8.1 केस तेजी से बढ़ रहे हैं। मई 2025 के मध्य तक वेरिएंट दुनिया में कुल जीनोमिक सीक्वेंसेज का 10.7% हो गया है।
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WHO का मानना है कि जो मौजूदा हालात हैं, वो संक्रमण स्तर को पिछले साल इसी समय जैसी स्थिति को दर्शा रहे हैं। वहीं, संगठन ने यह भी कहा कि कोविड-19 के प्रसार में अबतक कोई स्पष्ट मौसमी पैटर्न नहीं दिखा।
WHO ने दी ये सिफारिशें
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से सभी सदस्य देशों से अपील की गई कि वह जोखिम आधारित और इंटीग्रेडेट स्ट्रैटेजी के अनुसार कोविड प्रबंधन करें। वहीं, WHO महानिदेशक की सिफारिशों का भी पालन किया जाए। फिलहाल वैक्सीनेशन प्रोग्राम को बंद न करने को कहा गया है। खासतौर पर वो लोग जो हाई रिस्क हैं, उन्हें जरूर वैक्सीन लगाई जाए। यह गंभीर बीमारी और मौत से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
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चीन-अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में इस समय कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका से जो आंकड़े सामने आए, वो वाकई में डराने वाले हैं। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक हर हफ्ते वहां कोरोना से 350 लोगों की जान जा रही है।
भारत में भी तेजी से बढ़ रहे केस
वहीं, बात भारत की करें तो देशभर में कोविड के एक्टिव केस बढ़कर एक हजार के आंकड़े को पार कर गए। महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक कोविड केस तेजी से बढ़ रहे हैं। देश के 20 राज्यों में यह वायरस फिर पैर पसार चुका है। इस वक्त कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित केरल और महाराष्ट्र हैं। विशेषज्ञों ने बढ़ते कोरोना केस को लेकर समीक्षा बैठक भी की है। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि कोई घबराने की बात नहीं है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 29 May 2025 at 07:24 IST