अपडेटेड 5 June 2025 at 22:58 IST
न्यूजीलैंड की सांसद लॉरा मैक्ल्योर ने हाल ही में संसद में एक साहसिक कदम उठाया, जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। आज के जमाने में AI ने रीयल और फेक के बीच की लकीर को मिटा दिया है। इसका ताजा उदाहरण आपको आए दिन सोशल मीडिया पर देखने को मिलता होगा। खासतौर पर अगर AI के डीपफेक तस्वीरों या वीडियो की बात की जाए, तो यह बेहद चिंता की बात बन चुका है। आज किसी की तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके उसे रियल दिखने जैसा बना दिया जाता है। इसी मुद्दे को न्यूजीलैंड की सांसद लॉरा मैक्ल्योर ने सदन में उठाया, ताकि लोग इसकी गंभीरता को समझ सकें। आइए जानते हैं, कि न्यूजीलैंड की सांसद लॉरा कौन हैं और क्यों इनकी चर्चा हो रही है।
लॉरा मैक्ल्योर, जिनका जन्म 3 अगस्त 1985 को क्राइस्टचर्च, न्यूजीलैंड में हुआ था, ACT न्यूजीलैंड पार्टी की सदस्य हैं। 2023 के आम चुनावों में पार्टी लिस्ट के माध्यम से संसद में प्रवेश करने से पहले, उन्होंने फार्मेसी तकनीशियन और अग्नि सुरक्षा सलाहकार के रूप में काम किया।
बतौर महिला सांसद अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए न्यूजीलैंड की संसद में लॉरा मैक्लर AI से बनाई गई अपनी ही डीपफेक न्यूड फोटो लेकर पहुंची। बता दें, सांसद लॉरा का इस तस्वीर को लेकर संसद में पहुंचने का कोई अन्य मकसद नहीं था। वह बस ये समझाना चाहती थीं, कि AI का ये डीपफेक इस्तेमाल किस तरह से किसी भी महिला या बच्चियों की जिंदगी और आबरू के साथ खेल सकता है। ऐसे कई उदाहरण भी देखने को मिले हैं, जिसमें ऐसा हुआ है। न्यूजीलैंड सांसद ने जिस हिम्मत के साथ यह कदम उठाया है, उसकी दुनियाभर में चर्चा हो रही है।
सांसद लॉरा ने ये साहसिक कदम उठाते हुए दुनिया को बताया कि कैसे ये डीपफेक इतना खतरनाक काम कर सकता है। पार्लियामेंट में लॉरा मैक्लर नए कानूनी बिल का समर्थन कर रही थीं, जिसमें किसी का डीप फेक बनाने पर कठोरतम सजा का प्रावधान है। सांसद लॉरा ने अपनी तस्वीर दिखाते हुए कहा, "यह मरी न्यूड तस्वीर है, लेकिन यह असली नहीं है। यह Deepfake फोटो है, जिसे AI की मदद से बनाया गया है।" उन्होंने कहा कि ये फोटो इतनी रियल है कि कोई भी धोखा खा जाएगा, लेकिन हकीकत में यह फेक तस्वीर है।
न्यूजीलैंड की सांसद ने कहा, “कोई भी महिला या लड़की या फिर बच्ची बिना अनुमती के बनाई गई डीपफेक अश्लीलता का शिकार नहीं होनी चाहिए। यह साफतौर पर शोषण है। हमारी कानूनी व्यवस्था अभी इस मुद्दे से निपटने के लिए तैयार नहीं है और यही सबसे बड़ी समस्या है।”
पब्लिश्ड 5 June 2025 at 22:58 IST