अपडेटेड 4 June 2025 at 23:40 IST
AI के जमाने में असली और नकली में फर्क कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है। AI की वजह से आए दिन डीपफेक के मामले सामने आते रहते हैं। इसका गलत इॉस्तेमाल खासतौर पर लड़कियों और महिलाओं के तस्वीरों के साथ किया जाता है। इसी सिलसिले में न्यूजीलैंड की एक महिला सांसद ने कुछ ऐसा काम किया, जिसके बाद उनकी साहस और हिम्मत की हर कोई दाद दे रहा है। बतौर महिला सांसद अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए न्यूजीलैंड की संसद में लॉरा मैक्लर AI से बनाई गई अपनी ही डीपफेक न्यूड फोटो लेकर पहुंची।
बता दें, सांसद लॉरा का इस तस्वीर को लेकर संसद में पहुंचने का कोई अन्य मकसद नहीं था। वह बस ये समझाना चाहती थीं, कि AI का ये डीपफेक इस्तेमाल किस तरह से किसी भी महिला या बच्चियों की जिंदगी और आबरू के साथ खेल सकता है। ऐसे कई उदाहरण भी देखने को मिले हैं, जिसमें ऐसा हुआ है। न्यूजीलैंड सांसद ने जिस हिम्मत के साथ यह कदम उठाया है, उसकी दुनियाभर में चर्चा हो रही है।
सांसद लॉरा ने ये साहसिक कदम उठाते हुए दुनिया को बताया कि कैसे ये डीपफेक इतना खतरनाक काम कर सकता है। पार्लियामेंट में लॉरा मैक्लर नए कानूनी बिल का समर्थन कर रही थीं, जिसमें किसी का डीप फेक बनाने पर कठोरतम सज़ा का प्रावधान है। सांसद लॉरा ने अपनी तस्वीर दिखाते हुए कहा, "यह मरी न्यूड तस्वीर है, लेकिन यह असली नहीं है। यह Deepfake फोटो है, जिसे AI की मदद से बनाया गया है।" उन्होंने कहा कि ये फोटो इतनी रियल है कि कोई भी धोखा खा जाएगा, लेकिन हकीकत में यह फेक तस्वीर है।
न्यूजीलैंड की सांसद ने कहा, "कोई भी महिला या लड़की या फिर बच्ची बिना अनुमती के बनाई गई डीपफेक अश्लीलता का शिकार नहीं होनी चाहिए। यह साफतौर पर शोषण है। हमारी कानूनी व्यवस्था अभी इस मुद्दे से निपटने के लिए तैयार नहीं है और यही सबसे बड़ी समस्या है।"
न्यूजीलैंड की सांसद लॉरा ने Deepfake Digital Harm and Exploitation Bill पेश किया है। इसके तहत बिना अनुमति के डीपफेक अश्लील कांटेंट के निर्माण और शेयरिंग पर पूर्ण रोक लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति ऐसा अनुभव ना करे कभी कि इंटरनेट पर उसकी एक फेक न्यूड फोटो वायरल हो रही है,और वह पूरी तरह असहाय महसूस कर रहा है। यह बेहद डरावना और अपमानजनक होता है। हमें यह रुकवाना ही होगा।
पब्लिश्ड 4 June 2025 at 23:40 IST