अपडेटेड 9 September 2025 at 17:38 IST

Nepal Protest: चर्चित TV होस्ट... कौन हैं नेपाल के पूर्व डिप्टी PM रवि लामिछाने, जिन्हें GEN-Z ने जेल से छुड़ाया, पीएम की रेस में शामिल

Rabi Lamichhane: प्रदर्शनकारियों ने पूर्व उपप्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) के अध्यक्ष रबी लामिछाने को जेल से रिहा करा लिया है।

Rabi Lamichhane
Rabi Lamichhane | Image: X

Rabi Lamichhane: नेपाल की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आया है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद देश की राजनीतिक स्थिति और भी अस्थिर हो गई है। सत्ता छोड़ने के बाद अब जनता की निगाहें उन नेताओं पर टिक गई हैं जिन्हें ओली सरकार ने जेल में बंद रखा था। इस बीच अचानक से बड़ी खबर आई कि प्रदर्शनकारियों ने पूर्व उपप्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) के अध्यक्ष रबी लामिछाने को जेल से रिहा करा लिया है।  

लामिछाने पिछले कई महीने से सहकारी घोटाले के आरोप में नक्कू जेल में बंद थे। लेकिन जेल की दीवारों के बीच भी उनका प्रभाव कोई कम नहीं हुआ। युवाओं और खासकर सोशल मीडिया पर उनका दबदबा बरकरार रहा। जनता ने उन्हें भ्रष्टाचार से लड़ने वाला युगीन नेता माना है।  

रबी लामिछाने का राजनीतिक सफर भी सामान्य नहीं रहा। एक समय वे एक चर्चित टेलीविजन होस्ट हुआ करते थे। उनका कार्यक्रम “सीधा कुरा जनता संग” करोड़ों नेपाली के दिलों की आवाज बन गया। उनके शो में उन्होंने बेबाकी से राजनीतिक भ्रष्टाचार और सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। यही वजह थी कि लोगों ने उन्हें अपनाया और वे लोकप्रिय बने।  

20 सीटों पर कब्जा

2022 में उन्होंने नेपाल की राजनीतिक परिस्थिति को देखकर, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के मकसद से राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी की स्थापना की। गांव-गांव जाकर युवाओं को जोड़ा और देश के चारों ओर अपनी पार्टी के समर्थन की मजबूत नींव रखी। पहली बार चुनाव लड़ते हुए उनकी पार्टी ने 275 सदस्यों वाली संसद में 20 सीटों पर कब्जा किया, जो एक नई पार्टी के लिए बड़ी कामयाबी थी। इस सफलता के बाद वे सत्ता में शामिल हुए और रबी लामिछाने को उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री के पद पर नियुक्त किया गया।  

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लेकिन उनके राजनीतिक करियर पर बड़ा संकट तब आया जब उनपर नागरिकता विवाद उठा। आरोप था कि उन्होंने 2014 में अमेरिकी नागरिकता प्राप्त कर ली थी, जिससे नेपाल की नागरिकता स्वतः समाप्त होने का मामला सामने आया। जबकि उन्होंने दावा किया कि 2018 में उन्होंने अमेरिकी नागरिकता छोड़ दी, लेकिन इस बीच वे नेपाली नागरिकता नहीं ले सके। सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2023 में उन्हें सांसद पद से हटा दिया। लेकिन लामिछाने ने हार नहीं मानी। उन्होंने कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर फिर से नेपाली नागरिकता हासिल की और अपनी पार्टी की कमान संभाली।  

सहकारी घोटाले के आरोप

उनके ऊपर सहकारी घोटाले के आरोप भी लगे। गोरखा मीडिया नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर रहते हुए वे सूर्यदर्शन कोऑपरेटिव घोटाले की जांच में घिरे। 2024 के बीच में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और वे जेल में चले गए। उनकी गिरफ्तारी के बाद भी वे समर्थकों के बीच लोकप्रिय बने रहे। धाराप्रवाह भाषण, सोशल मीडिया पर सक्रियता और भ्रष्टाचार के खिलाफ निडर रवैये ने उन्हें युवा वर्ग और मध्यमवर्ग के बीच एक नई उम्मीद दी।  

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ओली की सरकार के इस्तीफे के बाद जब प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन तेज किया, तो जेल में बंद लामिछाने की रिहाई की मांग जोर पकड़ने लगी। इस बीच बड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच लामिछाने को जेल से रिहा कर दिया गया। उनके समर्थकों ने जेल के बाहर जोरदार स्वागत किया।  

नेपाल की राजनीति अब नए दौर में प्रवेश कर चुकी है। पुरानी राजनीतिक पार्टियों की पकड़ कमजोर हो रही है और युवा नेताओं की भूमिका बढ़ रही है। लामिछाने ने साबित कर दिया है कि जनता की भावनाएं और युवा वर्ग की शक्ति किस तरह बड़ी राजनीतिक ताकत बन सकती है।  

अब सवाल यह है कि क्या रबी लामिछाने फिर नेपाल की राजनीति के मुख्य धारे में शामिल होकर बड़े बदलाव ला पाएंगे, या उनकी चुनौतियां अभी भी खत्म नहीं हुई हैं। कानूनी मामलों और विपक्ष की रणनीतियों के बीच उनका भविष्य विवादों से भरा हुआ है। फिलहाल नेपाल की जनता की उम्मीदें इन नए चेहरों से बनी हैं जो पारदर्शी राजनीति का वादा करते हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख रखते हैं। रबी लामिछाने इस उम्मीद का प्रतिनिधि हैं और उनके अगले कदम नेपाल के राजनीतिक परिदृश्य को काफी प्रभावित करेंगे।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 9 September 2025 at 17:38 IST