अपडेटेड 25 June 2025 at 20:59 IST
Iran Israel ceasefire : ईरान और इजरायल के बीच जैसे-तैसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर करा दिया है, लेकिन क्या इससे इजरायल और अमेरिका की दिक्कतें कम हो गई है? तो जवाब है नहीं। अमेरिका ने ईरान के यूरेनियम को तबाह करने की बात कही थी और ईरान दावा कर रहा है कि उसका न्यूक्लियर मैटेरियल सुरक्षित है। ईरान बार-बार ये बात भी कह रहा है कि अमेरिकी हमलों से उसका कोई नुकसान नहीं हुआ है। अब सवाल ये है कि न्यूक्लियर मैटेरियल है तो है क्या?
ईरान के पास अगर अभी भी यूरेनियम सुरक्षित है, तो क्या वो अपना परमाणु प्रोग्राम आगे भी जारी रखेगा? वरिष्ठ ईरानी अधिकारी मोहसिन रेजाई का कहना है- 'हमें मार्च में ही पता लग चुका था कि युद्ध होने को है। इजरायल भले ही ये समझ रहा है कि हमारी न्यूक्लियर साइट्स तबाह हो गई हैं, लेकिन हमारे परमाणु मैटेरियल सुरक्षित स्थानों पर हैं। सभी इनरिच परमाणु सामग्री को न सिर्फ सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, बल्कि ये न्यूक्लियर मैटेरियल इजरायली हमले में सुरक्षित हैं।'
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या अमेरिका की खुफिया एजेंसियों की ओर से ये बड़ी चूक हुई है? ईरान के परमाणु ठिकानों के बारे में अमेरिका की खुफिया एजेंसियां क्या इस बात का सटीक आकलन करने में नाकाम रही है? अमेरिका ने जिस फोर्डो पर बम गिराया, वहां से ईरान ने पहले ही यूरेनियम हटा लिया था? अब डोनाल्ड ट्रंप को भी इस बात का डर सता रहा होगा कि ईरान परमाणु बम फिर से बनाएगा और शायद इसीलिए ट्रंप ने एक बार फिर उसपर हमले की बात दोहराई है। ट्रंप का मानना है कि ईरानी परमाणु कार्यक्रम दशकों पीछे चला गया। अगर ईरान अपनी यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं का दोबारा निर्माण करता है, तो अमेरिका फिर से हमला करेगा।
ईरान अपनी न्यूक्लियर ताकत के लिए कुछ भी करने को तैयार है और अमेरिका भी बार-बार उसे चेतावनी दे रहा है कि ईरान को न्यूक्लियर पावर नहीं बनने देंगे। ईरान ने फिर से ऐसी हिमाकत की तो ये जंग फिर से कभी भी शुरू हो सकती है। 21 जून को अमेरिका ने मिसाइलों के जरिए ईरान के परमाणु ठिकानों पर तबाही मचाई थी। जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था की ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया गया है। इसके चंद घंटे बाद ही ईरान की तरफ से दावा किया गया की उसका यूरेनियम सुरक्षित है।
ईरान के इस दावे के बाद हड़कंप मचा है, लेकिन सवाल ये है की आखिर ईरान का यूरेनियम कहां गया? दावा किया जा रहा है कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। जिसमें अमेरिकी हमले से पहले फोर्डो प्लांट के बाहर 16 ट्रकों को देखा गया, लेकिन हमले के बाद ट्रक गायब हो गए। दावा ये है की इन ट्रकों के जरिए ईरान ने यूरेनियम को दूसरी सुरक्षित जगह शिफ्ट किया है। ईरान के पास 400 किलो यूरेनियम मौजूद है। जिसका इस्तेमाल बम बनाने के लिए किया जा सकता है। 400 किला यूरेनियम से 9 बम बनाएं जा सकते है। ईरान का यूरेनियम 61 फीसदी संवर्धित है।
वहीं दूसरी तरफ ईरान लगातार मोसाद के एजेंटस को मौत के घाट उतार रहा है। दावा है की 12 दिनों के अंदर 700 लोगों पर कार्रवाई की गई है, जो मौसाद के लिए काम कर रहे थे। ईरान ने 3 मौसाद एजेंट को फांसी की सजा दी है।
पब्लिश्ड 25 June 2025 at 20:59 IST