अपडेटेड 6 July 2025 at 21:18 IST
Ship Attacked In Red Sea : ब्रिटिश निगरानी एजेंसी ने दावा किया है कि रविवार को लाल सागर में यमन तट के पास हथियारबंद लोगों ने एक जहाज पर हमला किया, जिसमें उसमें आग लग गई। इस हमले में हथियारबंद लोगों ने गोलियां चलाईं और रॉकेट से ग्रेनेड दागे। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है, लेकिन यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल-हमास युद्ध, ईरान-इजरायल युद्ध और अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु स्थलों पर हवाई हमलों के बाद मध्य पूर्व में तनाव चरम पर है।
ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन सेंटर ने कहा कि जहाज पर सवार सशस्त्र सुरक्षा दल ने जवाबी फायरिंग की है। इस हमले को यमन के होदेदा से करीब 100 किलोमीटर (60 मील) दक्षिण-पश्चिम में अंजाम दिया गया। देश के इस इलाके पर हूथी विद्रोहियों का कब्जा है।
निजी समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि एक व्यापारी जहाज पर लाल सागर में उत्तर की ओर जाते समय आठ स्किफ ने हमला किया। बाद में एंब्रे ने कहा कि जहाज पर बम ले जाने वाली ड्रोन नावों ने भी हमला किया था, जो इस क्षेत्र में एक बड़ी लड़ाई का संकेत हो सकता है। दो ड्रोन नावों ने जहाज पर हमला किया, जबकि दो अन्य को जहाज पर सवार सशस्त्र गार्डों ने नष्ट कर दिया।
नवंबर 2023 और जनवरी 2025 के बीच, हूथियों ने मिसाइलों और ड्रोन से 100 से अधिक व्यापारी जहाजों को निशाना बनाया है। हूथी विद्रोहियों के इस हमले में 2 जहाज डूब गए और 4 नाविक मारे गए । इससे लाल सागर गलियारे के माध्यम से व्यापार का प्रवाह बहुत कम हो गया है, जिसके माध्यम से आम तौर पर सालाना 1 ट्रिलियन डॉलर का माल जाता है।
सोमालिया के समुद्री डाकू भी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं, हालांकि आमतौर पर वे जहाजों को लूटने या उनके चालक दल से फिरौती लेने के लिए कब्जा करते हैं। लेकिन यमनी तट रक्षक और समुद्री डाकू अपने हमलों में ड्रोन नावों का उपयोग नहीं करते हैं।
पब्लिश्ड 6 July 2025 at 21:18 IST