अपडेटेड 16 July 2025 at 07:24 IST

SCO बैठक में एस जयशंकर ने चीन के सामने खोली पाक की पोल, तो पाकिस्तान के बदले सुर, विदेश मंत्री बोले- 'हम भारत के साथ...'

एस जयशंकर ने आतंकवाद के मुद्दे पर SCO बैठक में पाकिस्तान को लताड़ा। जिसके बाद पाक विदेश मंत्री ने कहा कि हम भारत के साथ शांति और स्थिरता वाला रिश्ता चाहते हैं।

Pakistan's Foreign Minister Ishaq Dar has now been appointed as the new Deputy PM.
एस जयशंकर ने खोली पाक की पोल, तो बदले विदेश मंत्री इशाक डार के सुर | Image: AP

Jaishankar China Visit : विदेश मंत्री एस. जयशंकर 5 साल बाद चीन दौरे पर हैं। उन्होंने मंगलवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में पाकिस्तान की पोल खोल दी। एस. जयशंकर ने दो टूक कहा कि मूल उद्देश्यों के प्रति SCO ईमानदार रहे। उन्होंने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने SCO बैठक में हाल ही में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले का हवाला दिया, जिसकी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने निंदा की थी। जयशंकर ने आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद को तीन बुराइयां बताया, जो अक्सर एक साथ देखी जाती हैं। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने जम्मू-कश्मीर की पर्यटन अर्थव्यवस्था को कमजोर करने और धार्मिक विभाजन पैदा करने का प्रयास किया। भारत ने इसके बाद ठोस कार्रवाई की है और आगे भी जारी रखेगा।

बैकफूट पर पाकिस्तान

पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। जिसके बाद से पाकिस्तान बैकफूट पर है, दुनिया के अलग-अलग मंचों पर जाकर गुहार लगा रहा है और भारत के साथ स्थिति को बेहतर करने की पूरी कोशिश कर रहा है। चीन के सामने सामने मिली लताड़ के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि वो सभी पड़ोसी देशों खासकर भारत के साथ शांति और स्थिरता वाला रिश्ता चाहता है।

पहलगाम हमले पर डार का बयान

आतंकवादियों को पालने वाले पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने अपने बयान में कहा कि पहलगाम हमले का श्रेय पाकिस्तान को देना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसने दोनों परमाणु-सशस्त्र राष्ट्रों को एक बड़े संघर्ष के कगार पर ला खड़ा किया। आज, पाकिस्तान युद्धविराम और एक स्थिर क्षेत्रीय संतुलन स्थापित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है। हमारा मानना है कि विवादों और मतभेदों का समाधान संघर्ष और दबाव के बजाय बातचीत और कूटनीति से होता है। 

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 16 July 2025 at 07:24 IST