Published 23:17 IST, November 26th 2024
'हिन्दुओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा...,' चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर खोला राजा भैया का खून
Bangladesh Violence: राजा भैया ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए पूरे विश्व के हिंदुओं से साथ खड़ा होने की अपील की है।
Bangladesh Violence: बांग्लादेश की एक अदालत ने मंगलवार को प्रमुख हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को जमानत देने से इनकार कर दिया। चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को राजद्रोह के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। ढाका और चटगांव समेत अनेक स्थानों पर हिंदू समुदाय के सदस्यों के विरोध प्रदर्शनों के बीच ब्रह्मचारी को जेल भेज दिया गया। चिन्मय को रिहा करने की आवाज भारत में जोर-शोर से उठ रही है।
भारत ने बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी की निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने गिरफ्तारी को लेकर चिंता जताई है। वहीं जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह ऊर्फ राजा भैया ने भी इसे हिन्दुओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा बताया है। उन्होंने X पर पोस्ट कर पूरे मामले में पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से संज्ञान लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए पूरे विश्व के हिंदुओं को खड़ा होना चाहिए।
जमानत देने से बांग्लादेश की अदालत का इनकार
बांग्लादेश पुलिस ने हिंदू संगठन 'सम्मिलित सनातनी जोत' के नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को ढाका में हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सोमवार को गिरफ्तार किया था, जब वह चटगांव जा रहे थे। चिन्मय कृष्ण दास को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत ले जाया गया, जहां वकीलों सहित उनके कई समर्थक उनकी गिरफ्तारी के विरोध में नारे लगा रहे थे। चश्मदीदों के अनुसार अदालत परिसर में जमा समर्थकों का दास ने हाथ जोड़कर अभिवादन किया। दास के समर्थक नारे लगा रहे थे, लेकिन दास ने उनसे धार्मिक नारे नहीं लगाने की अपील की।
चिन्मय कृष्ण दास के वकीलों ने सुनवाई के दौरान चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम से अनुरोध किया कि उनके लिए भी गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाएं। जज ने कहा कि मैं उनके प्रति आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं। इसके बाद इस्लाम ने कुछ देर के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। कार्यवाही फिर शुरू होने पर उन्होंने वकीलों से जमानत अर्जी पेश करने को कहा। इस दौरान दास ने एक बयान भी दिया। दलीलें समाप्त होने के बाद इस्लाम ने दास की जमानत याचिका खारिज कर दी।
देश भर में हो रहे प्रदर्शन
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शनकारी 'जय श्री राम' समेत अनेक नारे लगा रहे थे। दास की रिहाई की मांग को लेकर ढाका, चटगांव, कुमिला, खुलना, दिनाजपुर और कॉक्स बाजार समेत अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन हो रहे हैं। चटगांव में चेरागी पहाड़ चौराहे पर हिंदू समुदाय के सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर उतरकर दास की तत्काल रिहाई की मांग की। इसी तरह ढाका में हिंदू समुदाय के लोगों ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए शाहबाग चौराहे को जाम कर दिया।
चिन्मय कृष्ण दास पर क्या है आरोप?
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने भी दास की गिरफ्तारी का विरोध किया और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की है। चिन्मय कृष्ण दास और 18 अन्य लोगों के खिलाफ 30 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के एक नेता की शिकायत पर चटगांव के कोतवाली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। उन पर 25 अक्टूबर को हिंदू समुदाय की एक रैली के दौरान शहर के लालदीघी मैदान में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाया गया था।
(भाषा इनपुट के साथ)
Updated 23:17 IST, November 26th 2024