अपडेटेड April 27th 2025, 00:17 IST
Iran Port Blast : ईरान का सबसे व्यस्त और बड़ा बंदरगाह अब्बास पोर्ट 8 घंटे से अधिक समय से धधक रहा है। ईरान का अग्निशमन विभाग अपनी पूरी ताकत के साथ आग पर काबू पाने में जुटा है, लेकिन आग आसपास के कंटेनरों तक फैलती जा रही है। विस्फोट में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 8 तक पहुंच गया है और घायलों की संख्या 700 के पार पहुंच गई है। रेस्क्यू टीम हादसे के बाद से ही मौके पर हैं और यहां फंसे लोगों को निकालने में जुटी है।
ईरानी सरकारी टेलीविजन के अनुसार शुरुआती जांच में पता चलता है कि घटनास्थल पर ज्वलनशील पदार्थों के भंडारण में लापरवाही बरती गई है। शनिवार को ये विस्फोट राजाई बंदरगाह पर स्थित कंटेनरों में हुआ। यहां पर ट्रांसपोर्ट कंटेनर्स को रखा जाता है, इसमें ऑयल और अन्य पेट्रोकेमिकल फैसिलिटी भी है। ये धमाका इतना खतरनाक था कि करीब 50 किलोमीटर तक विस्फोट की आवाज सुनाई दी। कई किलोमीटर तक लोगों को लगा कि भूपंक आ गया है और इमारतों में लगे कांच तक टूट गए। ये धमाका क्यों हुआ, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।
शाहिद राजाई बंदरगाह पर ये विस्फोट ऐसे समय हुआ जब ईरान और अमेरिका शनिवार को ओमान में तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम पर तीसरे दौर की वार्ता के लिए मिले थे। इस वार्ता का नेतृत्व अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची कर रहे हैं। ये ईरान का सबसे व्यस्त और बड़ा बंदरगाह होने के साथ ही मुख्य व्यापारिक केंद्र भी है। तेल निर्यात के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और यहां से पूरी दुनिया में ईरान आयात और निर्यात करता है।
ईरान में औद्योगिक दुर्घटनाएं होती रहती हैं, विशेष रूप से इसकी पुरानी तेल सुविधाओं में। लेकिन ईरानी राज्य टीवी ने विशेष रूप से विस्फोट में किसी भी ऊर्जा बुनियादी ढांचे के कारण होने या क्षतिग्रस्त होने की संभावना को खारिज कर दिया है। ईरान के सरकारी टीवी ने बताया कि विस्फोट के कारण एक इमारत ढह गई। राजाई बंदरगाह ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 1,050 किलोमीटर (650 मील) दक्षिण-पूर्व में होर्मुज जलडमरूमध्य पर है, जो फारस की खाड़ी का संकरा मुहाना है। यहां से होकर सभी तेल व्यापार का करीब 20% हिस्सा गुजरता है।
2020 में राजाई बंदरगाह को साइबर हमले का निशाना बनाया गया था। हालांकि, ईरान में किसी ने भी सीधे तौर पर यह नहीं कहा कि ये विस्फोट किसी हमले की वजह से हुआ है। ईरान के अधिकारियों ने बंदरगाह पर विस्फोट के कारणों के बारे में कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया।
पब्लिश्ड April 27th 2025, 00:17 IST