अपडेटेड 28 September 2024 at 23:27 IST
PM Netanyahu in UN: मिडिल ईस्ट में तनाव के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में अपना संबोधन दिया। अपने संबोधन में उन्होंने ना सिर्फ हिजबुल्लाह, हमास समेत तमाम दुनिया को इजरायल की रक्षा का संदेश दिया, बल्कि ईरान को जारी जंग का मुख्य किरदार भी बता दिया। यूएन में अपने संबोधन के दौरान इजरायली पीएम दो मैप लेकर पहुंचे। एक मैप में उन्होंने The Blessing दिखाया तो वहीं दूसरे मैप में उन्होंने The Curse दिखाया।
पीएम नेतन्याहू ने भारत को The Blessing बताया। वहीं उन्होंने ईरान को The Curse वाले मानचित्र में दिखाया। इजरायली पीएम की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दाहिने हाथ में जो नक्शा है, जिसमें लिखा है अभिशाप, उसमें ईरान, इराक, सीरिया और यमन को काले रंग में दिखाया गया। इन देशों को उन्होंने 'अभिशाप' यानि 'द कर्स' करार दिया।
वहीं बाएं हाथ में उन्होंने एक मैप पकड़ा है, जो हरे रंग से दिखाया गया है। इसमें मिस्र, सूडान, सऊदी अरब और भारत देशों को इजरायली पीएम ने 'आशीर्वाद' यानी 'द ब्लेसिंग' बताया। बेंजामिन नेतन्याहू ने 'द कर्स' और 'द ब्लेसिंग' वाले मैप को लहराते हुए कहा, "दुनिया को आशीर्वाद और अभिशाप के बीच चयन करना चाहिए।" वहीं उन्होंने ईरान पर निशाना साधा और चरमपंथी संगठनों को हथियार व मदद मुहैया कराने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने दुनिया से ईरान को खुश करना बंद करने का आह्वान करते हुए कहा कि बहुत लंबे समय से दुनिया ईरान को खुश करती आ रही है, वह अपने आंतरिक दमन पर आंखें मूंद लेती है, वह बाहरी आक्रमण पर आंखें मूंद लेती है। वह तुष्टिकरण समाप्त होना चाहिए और ये होगा।
इजरायल के प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी कि अगर ईरान को नहीं रोका गया तो वह मिडिल ईस्ट के हर देश और बाकी दुनिया के कई देशों को खतरे में डाल देगा। पीएम नेतन्याहू ने कहा, “मेरे पास तेहरान के अत्याचारियों के लिए एक संदेश है। अगर आप हम पर हमला करेंगे, तो हम आप पर हमला करेंगे। ईरान में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इजरायल का लंबा हाथ न पहुंच सके। और यह पूरे मिडिल ईस्ट के लिए सच है। हम जीत रहे हैं।”
उन्होंने कहा, "इस साल मैं यहां नहीं आना चाहता था। मेरा देश युद्ध में अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है। लेकिन, जब मैंने इस मंच पर कई वक्ताओं द्वारा मेरे देश पर लगाए गए झूठ और बदनामी को सुना, तो मैंने यहां आकर सच्चाई को उजागर करने का फैसला किया। मैंने अपने लोगों, अपने देश के लिए, सच्चाई के लिए बोलने के लिए यहां आने का फैसला किया और सच्चाई यह है - इजरायल शांति चाहता है, इजरायल शांति के लिए तरसता है, इजरायल ने शांति स्थापित की है और फिर से शांति स्थापित करेगा।"
पब्लिश्ड 28 September 2024 at 23:27 IST