अपडेटेड 20 June 2025 at 07:31 IST
ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दोनों देश एक दूसरे पर बीते 8 दिनों से मिसाइलें दाग रहे हैं। अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप ने भी ईरान के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन में इजरायल का साथ देने की घोषणा कर दी थी। मगर अब इस फैसले पर ट्रंप दो कदम पीछे हट गए हैं। वहीं, न्यूक्लियर डील पर ईरान अब भी एक्टिव है, इसे लेकर आज EU नेताओं संग बैठक करेगा। व्हाइट हाउस की ओर इसकी पुष्टी की गई है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हवाले से कहा, इस तथ्य के आधार पर कि निकट भविष्य में ईरान के साथ बातचीत होने या न होने की पर्याप्त संभावना है, मैं अगले दो सप्ताह के भीतर अपना निर्णय लूंगा। इजरायल के हमलों के कारण ईरान बहुत कमजोर और असुरक्षित स्थिति में है। ट्रंप ने कहा है कि ईरान समझौता कर सकता है और उसे करना चाहिए।
कैरोलिन लेविट ने आगे कहा ईरान और पूरी दुनिया को पता होना चाहिए कि अमेरिकी सेना दुनिया की सबसे मजबूत और सबसे घातक लड़ाकू सेना है, और हमारे पास ऐसी क्षमताएं हैं जो किस अन्य देश के पास नहीं हैं। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह हमेशा कूटनीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं, मगर जरूरी होने पर ताकत का उपयोग करने से डरते नहीं हैं।
ईरान अपने कदम पीछे हटाने के मूड़ में नजर नहीं आ रहा है। ईरान ने अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम पर बातचीत फिर से शुरू कर दी है। आज, 20 जून को ईरान न्यूक्लियर प्रोग्राम पर एक यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करेगा। इनके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भी आज अहम मीटिंग होगी। इस मीटिंग की मांग ईरान ने ही की थी।
दुनियाभर की निगाहें अब इन दोनों बैठकों पर टिकी हैं, क्योंकि इनके नतीजे वैश्विक राजनीति और सुरक्षा की दिशा तय कर सकते हैं। पिछले शुक्रवार को इजराइल के हमले के बाद UNSC की आपात बैठक हुई थी। अब ईरान ने रूस, चीन और पाकिस्तान के समर्थन से दोबारा बैठक की मांग की, जिसका मुख्य एजेंडा इजराइल-ईरान तनाव को कम करना रहेगा।
पब्लिश्ड 20 June 2025 at 07:31 IST