अपडेटेड 16 June 2025 at 08:39 IST
Israel-Iran War: 'राष्ट्रपति ट्रंप को मारना चाहता है ईरान वो..., जंग के बीच इजरायल PM नेतन्याहू का बड़ा दावा
इजराइल और ईरान के बीच बीते कुछ समय से जारी सैन्य संघर्ष के बीच पीएम नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर बड़ा दावा किया है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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ईरान के साथ जारी जंग के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा दावा किया है। नेतन्याहू ने यह बयान मीडिया से बातचीत करने के दौरान दिया। उन्होंने कहा है कि ईरान के इस्लामी शासन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए खतरा बताया था और सक्रिय रूप से उनकी हत्या करने के लिए काम किया था।
नेतन्याहू के अनुसार, ईरान ट्रंप को दुश्मन नंबर एक मानता है, यही वजह है कि उनकी हत्या की साजिश रची थी। उन्होंने कहा, 'ईरान केवल इजराइल ही नहीं, बल्कि उन सभी लोगों को अपना शत्रु मानता है जो उसके परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ खड़े हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कड़ी नीतियों के कारण ईरान उन्हें सबसे बड़ा खतरा मानता है और उन्हें खत्म करने की योजना बना रहा था'।
राष्ट्रपति ट्रंप को मारना चाहता है ईरान-नेतन्याहू
PM नेतन्याहू का यह बयान उस वक्त आया है जब पश्चिम एशिया में तनाव लगातार बढ़ रहा है और ईरान पर उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बना हुआ है। हालांकि, ईरान की ओर से नेतन्याहू के इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। इधर दोनों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि इजरायल की ओर से लगातार 3 दिनों तक किए गए हमलों में 224 नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 1200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
मेरे बेडरूम में मिसाइल दागी गई
नेतन्याहू ने फॉक्स न्यूज को बताया कि उनके घर के बेडरूम की खिड़की में मिसाइल दागे जाने के बाद वह भी शासन के निशाने पर थे। उन्होंने ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता को खतरे में डालने में खुद को ट्रंप का "जूनियर पार्टनर" बताया। नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश परमाणु विनाश के आसन्न खतरे का सामना कर रहा है और आक्रामक तरीके से काम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। नेतन्याहू ने आगे कहा कि प्इजरायल न केवल खुद की रक्षा कर रहा है बल्कि दुनिया की भी रक्षा कर रहा है।
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इजरायल-ईरान के बची संघर्ष
इजराइल के प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि इजरायल के आक्रामक कदम ने ईरानी परमाणु कार्यक्रम को काफी हद तक पीछे धकेल दिया है, उनका मानना है कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली सरकार के साथ बातचीत करना संभव नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका देश ईरान द्वारा दुनिया के लिए उत्पन्न परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को खत्म करने के लिए जो भी आवश्यक है, वह करने के लिए तैयार है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 16 June 2025 at 08:39 IST