अपडेटेड 30 June 2025 at 10:48 IST
Fatwa Against Donald Trump and Benjamin Netanyahu: इजरायल और ईरान के बीच जंग भले ही थम गई हो, लेकिन तनाव का सिलसिला अब भी जारी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ ईरान से फतवा जारी होने की खबर भी सामने आई है। दोनों के खिलाफ फतवा जारी कर उन्हें अल्लाह का दुश्मन बताया गया। साथ ही दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने की भी अपील की। ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ यह फतवा ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु अयातुल्ला नासर मकरम शिराजी ने जारी किया है।
इजरायल और ईरान के बीच बीते दिनों भीषण जंग छिड़ी थी, जो 12 दिनों तक जारी रही। इस युद्ध ने अमेरिका में कूदते हुए ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। इसके बाद दोनों देश सीजफायर के लिए तैयार हुए, जिसके बाद यह जंग रुकी।
शिया मौलवी नासेर मकारेम शिराजी की ओर से जारी फतवे में कहा गया, "कोई व्यक्ति या शासन जो नेता या मरजा को धमकी देता है, उसे मोहरेब माना जाता है।" मोहरेब वह व्यक्ति होता है जो ईश्वर के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। ईरान के कानून के मुताबिक ऐसे लोगों को फांसी की सजा, सूली पर चढ़ाए जाने, अंग काटने या फिर निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है।
ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ जारी फतवे में यह भी कहा गया है, "अगर कोई मुसलमान या फिर इस्लामी राज्य इन दुश्मनों को समर्थन दिया तो इसको हराम माना जाएगा। दुनियाभर के मुसलमानों के लिए जरूरी है कि वो इन दुश्मनों को इनके शब्दों पर पछतावा करवाएं।" फतवे में कहा गया कि कोई मुसलमान मुस्लिम कर्तव्य का पालन करता है और किसी तरह की कठिनाई या फिर नुकसान उठाना पड़ता है, तो उसे ईश्वर की राह में योद्धा के रूप में जाना जाएगा।
इजरायल और ईरान के बीच युद्ध थम चुका है। बावजूद इसके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से बार-बार ईरान को चेताया जा रहा है। हाल ही में उन्होंने इस बात को दोहराया कि अगर ईरान फिर से परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करता है, तो अमेरिका उसके ऊपर बड़े हमले करेगा। यही बात इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कही थी। सीजफायर के बाद नेतन्याहू ने कहा कि दोनों देशों ने डील पर सहमति जताई है। अगर ईरान फिर से परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करता है तो इजरायल अगली बार इससे भी बड़ा हमला करेगा।
बता दें कि इजरायल और ईरान के बीच जंग की शुरुआत 13 जून को हुई थी। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। जिसके जवाब में ईरान ने भी इजरायल पर अटैक किया। दोनों देशों के बीच ये सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा। इसके बाद युद्ध में अमेरिका ने एंट्री ली। उसने भी ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी और जंग थम गई।
पब्लिश्ड 30 June 2025 at 10:48 IST