अपडेटेड 1 August 2024 at 17:13 IST
Killing of Ismail Haniyeh: हमास के टॉप लीडर इस्माइल हानिया की मौत से ईरान ग्लोबल मंच पर शर्मसार हो गया है। अपनी झूठी ताकत का दिखावा करने वाले ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई की असलियत बाहर आ गई है। ईरान के इंटेलिजेंस में एक बड़े लूप होल का खुलासा हुआ है, जिसका मतलब है कि कोई भी ईरान में घुसकर किसी को भी मार सकता है।
ये भी एक वजह है कि इस्माइल हानिया की मौत के बाद खामेनेई तिलमिला उठे हैं। उन्होंने कह दिया है कि हानिया की मौत का बदला लेने के लिए वो प्रतिबद्ध हैं। आपको बता दें कि ये किसी बड़े महायुद्ध की शुरुआत हो सकती है।
ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान के पास 10 घंटे थे। यह उनके शपथ ग्रहण और तेहरान में दोपहर 2 बजे इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स गेस्टहाउस के अंदर विस्फोट के बीच का समय था, जिसमें हमास के लंबे समय तक राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया की मौत हो गई थी। हानिया न केवल शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे, बल्कि नए राष्ट्रपति ने उन्हें गले भी लगाया था और उस दिन सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी, जिससे हत्या एक विशेष रूप से शर्मसार करने वाली घटना बन गई।
अब पेजेशकियान, अयातुल्ला खामेनेई और शीर्ष सैन्य जनरलों को बैठकर ये फैसला लेना है कि मध्यपूर्व की दो सबसे शक्तिशाली सेनाओं के बीच युद्ध छिड़ेगा या नहीं। उन्होंने राष्ट्रपति ऑफिस में अपना पहला दिन राष्ट्रीय सुरक्षा बैठकों में बिताया। जवाबी कार्रवाई कैसे की जाए, इस पर अंतिम निर्णय खामेनेई पर निर्भर करता है और बुधवार को उन्होंने ईरानी सेना को सीधे इजरायल पर हमला करने का आदेश दिया।
नेतन्याहू ने हानिया की मौत के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में यमन और लेबनान में हमलों का हवाला दिया, लेकिन ईरान में हमास नेता की हत्या का जिक्र नहीं किया। उन्होंने कहा, ''चुनौतीपूर्ण दिन आने वाले हैं। बेरूत में हमले के बाद से हर जगह से धमकियां सुनाई दे रही हैं।" उन्होंने ईरान को धमकी देते हुए कहा कि इजरायल किसी भी मोर्चे से किसी भी आक्रामकता के खिलाफ भारी कीमत वसूल करेगा।
पब्लिश्ड 1 August 2024 at 17:13 IST