अपडेटेड 17 January 2024 at 12:07 IST

हर दिन नया निशाना...मुस्लिम देशों के पीछे ही क्यों पड़ गया ईरान, अब किसकी बारी?

Pakistan News: ईरान हर दिन एक नया निशाना बना रहा है। इराक, सीरिया के बाद अब उसने पाकिस्तान पर हमला किया है।

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मुस्लिम देशों के पीछे ही क्यों पड़ गया ईरान? | Image: AP

Pakistan News: ईरान हर दिन एक नया निशाना बना रहा है। इराक, सीरिया के बाद अब उसने पाकिस्तान पर हमला किया है। आपको बता दें कि ईरान ने लगातार तीसरे दिन हमले की अपनी सीरीज जारी रखी है। इससे पहले सोमवार, 15 जनवरी को उसने उत्तर सीरिया में हमला किया था। इसके बाद 16 जनवरी को उसने इराक पर हमला किया और फिर पाकिस्तान में ताबड़तोड़ मिसाइल और ड्रोन से हमला कर दिया।

स्टोरी की खास बातें

  • मुस्लिम देशों पर ही क्यों हमला कर रहा ईरान?
  • अपने दुश्मनों का खात्मा करने की कोशिश
  • पाकिस्तान पर हमले के बाद अब किसकी बारी?

अपने दुश्मनों का खात्मा करने की कोशिश

ईरान ने सोमवार की रात इराक स्थित अमेरिकी और इजरायली ठिकानों पर हमला किया था। इस दौरान उसने बैलिस्टिक मिसाइल दागे थे, जिसके कारण इरबिल शहर में मोसाद का हेडक्वार्टर और अमेरिकी दूतावास तबाह हो गए थे। इस हमले के बाद इरान ने मोसाद के 10 जासूसों के मारे जाने का दावा भी किया। जानकारी मिली कि ये हमला इतना भयानक था कि धमाके वाली जगह पर बड़ा गड्ढा बन गया था। इसी तरह ईरान ने सीरिया के भी इजरायल और अमेरिकी ठिकानों पर हमला किया।

अमेरिकी और इजरायली ठिकानों पर क्यों हमला कर रहा ईरान?

जानकारों का मानना है कि ईरान 3 जनवरी को हुए दोहरे बम धमाके का बदला ले रहा है। असल में, उस दिन जनरल सुलेमानी की कब्र पर शोक सभा बुलाई गई थी और उसी दौरान हुए बम धमाके में करीब 103 लोगों की जान चली गई थी और 284 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। ईरान ने इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था। वहीं, जब सुलेमानी मारा गया था तो ईरान ने उसकी मौत का जिम्मेदार अमेरिका को बताया था। ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिकी और इजरायली ठिकानों पर हमला करके वो अपना बदला ले रहा है।

पाकिस्तान पर हमला करने की भी है वजह

ईरानी मीडिया के मुताबिक, पिछले महीने सिस्तान-बलूचिस्तान के दक्षिण पूर्वोत्तर प्रांत के एक पुलिस स्टेशन पर किए गए हमले में 11 ईरानी पुलिस वालों को मौत के घाट उतार दिया गया था। इसको लेकर ईरानी आंतरिक मंत्री अहमद वहीदी ने क्षेत्र का दौरा करते हुए पाकिस्तान को साफ शब्दों में कह दिया था कि वो अपने देश में आतंकी संगठनों के पनपने पर प्रतिबंध लगाए। इसके अलावा पिछले साल 23 जुलाई को भी 4 पुलिसवालों को पेट्रोलिंग के वक्त मार गिराया गया था। वहीं, इसके दो हफ्ते पहले भी 2 पुलिसवालों और 4 हमलावरों की एक शूटआउट में मौत हो गई थी, जिसकी जिम्मेदारी इसी आतंकी संगठन जैश अल अदल ने ली थी, जिसके ठिकाने पर ईरान ने बमबारी की है।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 17 January 2024 at 12:07 IST