Published 16:35 IST, October 11th 2024
नसरल्लाह की मौत में बड़ा खुलासा, ईरानी सेना का अधिकारी ही निकला जासूस! गायब या नजरबंद पर सस्पेंस
ईरान की IRGC हसन नसरल्लाह की मौत की जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूछताछ के लिए कुद्स फोर्स के कमांडर इस्माइल कानी को बेहद सुरक्षित जगह पर रखा है।
Hezbollah Leader Hassan Nasrallah: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद से ईरानी सेना के कुद्स फोर्स का कमांडर इस्माइल कानी (Esmail Qaani) लापता है। हिजबुल्लाह चीफ की मौत के बाद इस्माइल कानी को सार्वजनिक रुप से नहीं देखा गया है। ईरान में हसन नसरल्लाह और हिजबुल्लाह के कमांडरों की मौत की जांच चल रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस्माइल कानी से पूछताछ की जा रही है।
इजरायली एयरफोर्स ने हिजबुल्लाह चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह को 27 सितंबर को मार गिराया था। हमले के वक्त नसरल्लाह एक अंडरग्राउंड हेडक्वार्टर में छिपा था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हमले से पहले इजरायली सेना को सैय्यद हसन नसरल्लाह की पक्की टिप मिली थी। इजरायली हमले के पीछे एक ईरानी जासूस का हाथ बताया गया था। जिसकी टिप पर इजरायली एयरफोर्स ने हिजबुल्लाह चीफ को अंडरग्राउंड हेडक्वार्टर में पूरी प्लानिंग के साथ हमला किया और मार गिराया। ईरान को शक है कि इजरायल के साथ कोई बड़ा अधिकारी मिला हुआ और इस शक के घेरे में इस्माइल कानी भी है।
बेहद सुरक्षित जगह पर है इस्माइल कानी
ईरान की सेना इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) हसन नसरल्लाह की मौत की जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूछताछ के लिए ईरानी सेना ने कुद्स फोर्स के कमांडर इस्माइल कानी को बेहद सुरक्षित जगह पर रखा है और उससे पूछताछ हो रही है। जांच इस बात की भी हो रही है कि कहीं इजरायली इंटेलिजेंस ने ईरानी सेना में घुसपैठ तो नहीं करली है?
कौन है इस्माइल कानी?
इस्माइल कानी से पहले कुद्स फोर्स का कमांडर कासिम सुलेमानी था। जिसकी जनवरी 2020 में बगदाद एयरपोर्ट के पास एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी। इसके बाद जनवरी 2020 में ही इस्माइल कानी को कुद्स फोर्स का कमांडर बनाया गया था। कुद्स फोर्स का कमांडर बनने से पहले कानी काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट में थे। इस्माइल कानी ईरान के विदेशी मिलिट्री ऑपरेशंस का मुखिया है।
हाशिम सफीद्दीन की मौत भी सवाल है
हसन नसरल्लाह की मौत के बाद हाशिम सफीद्दीन ने उसकी जगह ली थी, लेकिन इजरायली एयर स्ट्राइक में वो भी मारा गया। हाशिम सफीद्दीन की मौत शूरा काउंसिल मीटिंग में हुई थी। जिसके बाद दो बातें सामने आई, पहली ये कि इजरायल लगातार हिजबुल्लाह को टारगेट बनाकर हमले कर रहा है। ऐसे में हाशिम सफीद्दीन का मारा जाना महज एक संयोग हो सकता है। दूसरी ये कि क्या IDF को ये पहले से पता था कि हाशिम सफीद्दीन शूरा काउंसिल मीटिंग में शामिल होने वाले है और अगर इजायल को इसकी जानकारी थी, तो कैसे? इससे भी बड़ा सवाल ये है कि जिस मीटिंग में हाशिम सफीद्दीन को ढेर किया गया, उसमें जाने से इस्माइल कानी ने खुदको अलग क्यों किया था?
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Updated 16:35 IST, October 11th 2024