अपडेटेड 19 May 2024 at 20:57 IST
ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर अजरबैजान में क्रैश? रईसी के साथ विदेश मंत्री भी मौजूद
Iran News: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहे हेलीकॉप्टर की संभावित हार्ड लैंडिंग हुई है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
- 2 min read

Iran News: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर की हार्ड लैंडिंग हुई है। ईरानी स्टेट टेलीविजन ने घटना की जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर में इब्राहिम रईसी के साथ ईरानी विदेश मंत्री होसैन अब्दुल्लाहियन भी मौजूद हैं।
घटना स्थल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे बचावकर्मी
ईरानी राज्य टीवी का कहना है कि बचावकर्मी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के साथ यात्रा के दौरान 'घटना' में शामिल हेलीकॉप्टर के स्थल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। अजरबैजान में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में ईरान के विदेश मंत्री होसैन अब्दुल्लाहियन भी हैं। इस काफिले में 3 हेलीकॉप्टर थे, जिनमें से दो कुछ मंत्रियों और अधिकारियों को लेकर सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच गए हैं। सबसे अधिक संभावना है कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर को अजरबैजान में कोहरे और खराब मौसम के कारण आपातकालीन हार्ड लैंडिंग करनी पड़ी। अधिक जानकारी जल्द ही स्पष्ट होंगे।
ईरानी स्टेट मीडिया के अनुसार, इस हेलीकॉप्टर पर सवार राष्ट्रपति के कुछ साथी केंद्रीय मुख्यालय से संपर्क करने में सक्षम थे, जिससे उम्मीद जगी कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ हो।
नहीं मिल रहा रईसी का हेलीकॉप्टर
ईरानी मीडिया ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर नहीं मिल पा रहा है। हेलीकॉप्टर को ढूंढने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
Advertisement
रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के दौरे पर थे। स्टेट टीवी ने घटना के क्षेत्र को ईरान की राजधानी तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर (375 मील) उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान राष्ट्र की सीमा पर स्थित शहर जोल्फा के पास बताया है। रईसी राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने के लिए रविवार तड़के अजरबैजान में थे। यह तीसरा बांध है जिसे दोनों देशों ने अरास नदी पर बनाया है।
आपको बता दें कि 63 वर्षीय रईसी एक कट्टरपंथी हैं, जिन्होंने पूर्व में देश की न्यायपालिका का नेतृत्व किया था। उन्हें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के शिष्य के रूप में देखा जाता है। कुछ विश्लेषकों ने सुझाव दिया है कि वह 85 वर्षीय नेता की मौत या पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी जगह ले सकते हैं।
Advertisement
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 19 May 2024 at 18:44 IST