अपडेटेड 11 April 2024 at 18:04 IST

Explainer: ऐसी तबाही नहीं देखी होगी... रूस और कजाकिस्तान में बाढ़ में बहे कई इलाके, लाखों लोग बेघर

Russia and Kazakhstan Flood: रूस और कजाकिस्तान में बाढ़ से हड़कंप मच गया है, लेकिन तबाही अभी बाकी है।

Russia and Kazakhstan Flood
रूस और कजाकिस्तान में बाढ़ से हड़कंप | Image: AP

Russia and Kazakhstan Flood: यूरोप की तीसरी सबसे लंबी नदी के तट टूटने के बाद रूस और कजाकिस्तान के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई है। इसके कारण लाखों लोगों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा। आपको बता दें कि यूराल नदी, जो रूस के यूराल पर्वत से कजाकिस्तान से होकर कैस्पियन सागर तक बहती है, इस सप्ताह बर्फ पिघलने से उफान पर आ गई, जिससे सीमा पर दर्जनों कस्बों और शहरों में बाढ़ आ गई।

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अब तक की सबसे बड़ी तबाही

अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने कहा कि 80 सालों में ये अब तक की सबसे बड़ी तबाही है। वहीं, रूस के ऑरेनबर्ग क्षेत्र में लगभग 13,000 आवासीय इमारतों में बाढ़ आ गई, जिससे 7,700 से अधिक लोगों को निकालना पड़ा। क्षेत्र के मेयर के अनुसार, ऑरेनबर्ग शहर में जल स्तर 996 सेंटीमीटर (लगभग 33 फीट) तक पहुंच गया,  जो 930 सेंटीमीटर के आधिकारिक गंभीर स्तर से कहीं अधिक है।

तबाही के बावजूद क्रेमलिन के प्रवक्ता पेसकोव ने कहा कि पुतिन की बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि स्थानीय अधिकारी गहन कार्य कर रहे हैं और आबादी को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।

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क्या एक हफ्ते पहले दी गई थी जानकारी?

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में रूस के आपातकालीन स्थिति मंत्री अलेक्सांद्र कुरेनकोव का दावा है कि निकासी की घोषणा एक सप्ताह पहले की गई थी और जनता ने नहीं निकलने का फैसला किया क्योंकि उन्हें लगा कि यह मजाक था। हालांकि, अमेरिकी मीडिया के अनुसार, एक स्थानीय समाचार आउटलेट के साथ एक इंटरव्यू में ओर्स्क के एक निवासी ने कहा कि यह बकवास है। कोई चेतावनी नहीं दी गई थी।

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आपको बता दें कि सरकार ने एक बयान में कहा कि सीमा के दक्षिण में कजाकिस्तान में 96,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। कजाकिस्तान के आपातकालीन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी येरासिल साइपाश के अनुसार, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लगभग 3,000 लोगों को हवाई मार्ग से निकाला गया और 7,600 से अधिक लोग अस्थायी आवास में रह रहे हैं।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 11 April 2024 at 17:54 IST