अपडेटेड 24 January 2025 at 07:01 IST
Myanmar Earthquake: भूकंप के झटकों से कांपी म्यांमार की धरती, रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई तीव्रता
Earthqauke Tremors in Myanmar: भूकंप के झटकों से एक बार फिर धरती डोली है। म्यामांर में देर रात भूकंप आया जिससे लोगों में दशहत फैल गई।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Earthqauke Tremors in Myanmar: भूकंप के झटकों से एक बार फिर धरती डोली है। म्यामांर में देर रात भूकंप आया जिससे लोगों में दशहत फैल गई।
जानकारी के मुताबिक, देर रात करीब 1 बजे भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई। बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके महसूस होते ही अफरा-तफरी का माहौल छाया रहा।
कहां था भूकंप का केंद्र?
बताया जा रहा है कि कि भूकंप देर रात 1 बजे आया और इसका केंद्र धरती के नीचे 70 किलोमीटर की गहराई में था। रिपोर्ट्स के अनुसार, म्यांमार में भूकंप आना आम बात है, क्योंकि यह भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है। देश में हाल के सालों में कई भूकंप आए हैं।
जानमाल के नुकसान की खबर नहीं
वहीं भारतीय समयानुसार भूकंप के झटके सुबह करीब साढ़े 6 बजे लगे, जब लोग नींद के आगोश में थे। झटकों से लोगों की नींद खुली। दशहत में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के चलते अबतक किसी के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
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कब हिलती है धरती?
दरअसल, जब धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेटे टकराती है तब भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। धरती के नीचे सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। ऐसे में जब ये प्लेट्स किसी जगह पर आपस में टकरा जाती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और फिर सतह के कोने मुड़ने लगते हैं। इसकी वजह से दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। प्लेट्स टूटने के दौरान अंदर की ऊर्जा बाहर निकलने की कोशिश करती है। इसके चलते धरती हिलने लगती है और फिर हम भंकूप के झटके महसूस करते हैं।
भूकंप की तीव्रता
1.9 रिक्टर स्केल
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इस तीव्रता के भूकंप को सिर्फ सीज्मोग्राफ पर दर्ज किया जाता है। ये आम लोगों को ये महसूस नहीं होता। हर साल करीब 10 हजार ऐसे भूकंप आते हैं।
2.9 रिक्टर स्केल
2.9 रिक्टर स्केल के भूकंप से बेहद हल्का कंपन महसूस होता है। जानमाल का नुकसान नहीं होता।
3.9 रिक्टर स्केल
हल्के झटके महसूस होते हैं। इस तरह का अनुभव महसूस होता है जैसे बस करीब से निकल गई हो। जानमाल का नुकसान नहीं होता है।
4.9 रिक्टर स्केल
हल्के से कुछ तेज झटके लगते हैं। दीवार पर टंगी तस्वीरें गिर सकती हैं, घरों की खिड़कियां टूट सकती हैं और इमारतों को नुकसान हो सकता है।
5.9 रिक्टर स्केल
इस तीव्रता के भूकंप से काफी नुकसान हो सकता है। घर में रखे फर्नीचर हिलने लगते हैं। घरों की दीवारों में दरारें भी आ सकती हैं।
6.9 रिक्टर स्केल
पूरे शहर में भूकंप का प्रभाव दिखता है। कच्चे घर जमींदोज हो जाते हैं, इमारतों की भी नींव दरक सकती है। दुनिया में हर साल ऐसे करीब 200 भूकंप आते हैं।
7.9 रिक्टर स्केल
ये भूकंप बहुत विनाशकारी होते हैं। बहुत तीव्र कंपन महसूस होता है, जानमाल का काफी नुकसान होता है। बड़ी इमारतें गिर सकती हैं और सूनामी आने का खतरा भी बढ़ जाता है।
8.9 रिक्टर स्केल
8.9 रिक्टर स्केल पर जानमाल का भारी नुकसान होता है। बड़े-बड़े पुल ढह सकते हैं, शहर के शहर तबाह हो सकते हैं।
9.9 रिक्टर स्केल
पृथ्वी के बड़े हिस्से का नाश हो जाएगा। मैदानी धरती खेत की तरह लहराएगी। ऐसी प्रलय की सिर्फ कल्पना करना मुश्किल है।
10 रिक्टर स्केल
10 रिक्टर स्केल का भूकंप आने पर शायद ही धरती पर कोई बचे।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 24 January 2025 at 06:41 IST