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अपडेटेड 3 June 2025 at 18:43 IST

पिता के प्यार के आगे दौलत कुछ भी नहीं... 400 करोड़ की डेली कमाई, बेटी को ठंड से बचाने के लिए जला दिए 14 करोड़ रुपए और फिर...

कोलंबिया का पाब्लो एस्कोबार 80-90 के दशक में सबसे खूंखार ड्रग माफिया था। उसकी एक दिन की कमाई 400 करोड़ रुपये के आस-पास होती थी। नोटों को रखने के लिए उसने गोदाम बनवाए थे। एक बार बेटी को ठंड लग रही थी और पाब्लो के पास कोई और विकल्प नहीं था तब उसने बेटी को ठंड से बचाने के लिए 14 करोड़ रुपये जला दिए थे।

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पिता के प्यार के आगे दौलत कुछ भी नहीं... 400 करोड़ की डेली कमाई, बेटी को ठंड से बचाने के लिए जला दिए 14 करोड़ रुपए और फिर... | Image: Meta - AI

पिता और बेटी के रिश्ते में जो गहराई और निस्वार्थ प्रेम होता है, वह हर बाधा से ऊपर होता है। आमतौर पर हम पिता को सख्त और मजबूत मानते हैं, लेकिन जब बात उनकी बेटी की खुशी या सुरक्षा की आती है, तो वह सबसे नरम और समर्पित इंसान बन जाते हैं। ऐसी ही एक हैरान कर देने वाली मगर सच्ची कहानी जुड़ी है कुख्यात ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार से, एक ऐसा नाम जो दुनिया भर में अपराध और हिंसा का पर्याय रहा, लेकिन जिसने अपनी बेटी के लिए कुछ ऐसा किया जिसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे। एक बार की बात है, जब पाब्लो अपनी बेटी और परिवार के साथ पहाड़ों में छिपा हुआ था। वहां कड़ाके की ठंड थी और हालात इतने खराब थे कि लकड़ी तक उपलब्ध नहीं थी। उनकी छोटी बेटी ठंड से कांप रही थी और बीमार पड़ने लगी। ऐसे में, एक पिता का दिल पसीज गया। वह कोई आम इंसान नहीं था, उसके पास दौलत के अंबार थे। उसने अपनी बेटी को गर्म रखने के लिए 14 करोड़ रुपये (करीब 2 मिलियन डॉलर) नकद जलाकर अलाव बना दिया, वो भी सिर्फ इसलिए कि उसकी बेटी ठंड में ना कांपे, उसे तकलीफ ना हो।


यह वही पाब्लो एस्कोबार था, जिसकी क्रूरता और अपराधों की कहानियां इतिहास में दर्ज हैं, लेकिन इस एक पल में वह सिर्फ एक पिता था जो अपनी बेटी की जिंदगी के आगे दुनिया की सारी दौलत भी बेकार समझ बैठा। यह घटना इस बात का प्रतीक है कि एक पिता के लिए उसकी बेटी की भलाई सबसे बड़ी दौलत होती है, चाहे वो दुनिया का सबसे बड़ा अपराधी ही क्यों न हो।  उसने अपनी ताकत से न सिर्फ पुलिस और राजनेताओं को खरीदा, बल्कि जजों, अफसरों और विरोधियों को रास्ते से हटाने के लिए हत्या, धमकी और बम धमाकों जैसे हथकंडे अपनाए। एस्कोबार का एक ही सिद्धांत था, 'प्लाटा ओ प्लोमो' यानी 'पैसे लो या गोली खाओ।'


कौन था पाब्लो एस्कोबार?

कोलंबिया की धरती पर एक नाम ऐसा था, जिससे पूरा देश कांपता था जिसका नाम था पाब्लो एस्कोबार। ड्रग तस्करी की दुनिया का सबसे बड़ा नाम, जो न सिर्फ एक माफिया था, बल्कि अपराध का पर्याय बन चुका था। 1980 और 90 के दशक में एस्कोबार का साम्राज्य इतना बड़ा था कि वो दुनिया की सबसे खतरनाक और ताकतवर अपराधी हस्तियों में गिना जाता था। उसके नेतृत्व में मेडेलिन कार्टेल ने अमेरिका और अन्य देशों में कोकीन की तस्करी का ऐसा जाल बिछाया कि पूरी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां अलर्ट हो गईं। एस्कोबार की रोज़ाना की कमाई 400 करोड़ रुपये से ज्यादा होती थी। उसकी दौलत इतनी थी कि नोटों को चूहों से बचाने के लिए गोदामों में जहरीली गैसें छोड़ी जाती थीं। कैश रखने के लिए बोरियों, कंटेनरों और खेतों तक का इस्तेमाल होता था। लेकिन इसी खौफनाक दुनिया में एक पल ऐसा भी आया, जिसने एस्कोबार की दूसरी इंसानी परत दिखाई। जब वो पहाड़ों में छिपा हुआ था और उसकी बेटी ठंड से कांप रही थी, तो उसने अपनी बेटी को ठंड से बचाने के लिए 14 करोड़ रुपये नकद जला दिए, एक अपराधी जो दुनिया के लिए मौत बन चुका था, लेकिन उस पल सिर्फ एक पिता था। साल 1993 में सरकार और इंटरपोल की संयुक्त कार्रवाई में पाब्लो एस्कोबार को मार गिराया था। लेकिन उसका नाम आज भी अपराध की दुनिया में एक राक्षसी किंवदंती की तरह गूंजता है, जो दौलत और दहशत दोनों के शिखर पर था।


फोर्ब्स मैंगजीन में वो दुनिया का 7वां सबसे बड़ा अमीर

1980 के दशक का अंत जब पूरी दुनिया आर्थिक उथल-पुथल से जूझ रही थी, तब कोलंबिया में एक शख्स चुपचाप अपराध की दुनिया का सम्राट बन चुका था। उसका नाम था पाब्लो एस्कोबार। साल 1989, प्रतिष्ठित Forbes मैगजीन ने एस्कोबार को दुनिया का सातवां सबसे अमीर व्यक्ति घोषित किया। उसकी कुल संपत्ति 25 अरब डॉलर से भी ज्यादा थी—एक ड्रग तस्कर, जो वॉल स्ट्रीट के दिग्गजों से भी ज्यादा अमीर था। लेकिन इस दौलत की नींव खून, बारूद और मौत से बनी थी। एस्कोबार ने दुनिया के 80% कोकीन व्यापार पर कब्जा कर लिया था। उसकी मेडेलिन कार्टेल हर हफ्ते अमेरिका और यूरोप में टनों के हिसाब से ड्रग भेजती थी। इस काले कारोबार को बचाने के लिए उसने पुलिस अधिकारियों, राजनेताओं, जजों और पत्रकारों तक को खरीद लिया। जिन लोगों ने रिश्वत लेने से इनकार किया, उन्होंने अपनी जान गंवा दी।


ऐसा था पाब्लो एस्कोबार

पाब्लो की वजह से करीब 15,000 लोगों की मौत हुई, खुलेआम हत्याएं, बम धमाके, अपहरण, पुलिस और पत्रकारों की टारगेट किलिंग… उसने देश को एक युद्धभूमि में बदल दिया। स्कूलों के पास बम फटे, जजों को कोर्ट में गोलियां मारी गईं, और अखबारों की हेडलाइंस हर दिन खून से लिखी जाती थीं। पाब्लो एस्कोबार कोई आम माफिया नहीं था, वह एक राजनीतिक ताकत, एक आतंक का प्रतीक और एक अपराधी साम्राज्य का निर्माता था। उसकी कहानी अपराध की दुनिया में अब भी सबसे बड़ा और सबसे खौफनाक अध्याय मानी जाती है जहां एक आदमी की हवस ने हजारों जिंदगियों को निगल लिया।

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पब्लिश्ड 3 June 2025 at 18:43 IST