अपडेटेड 10 June 2025 at 19:51 IST
केरल के अजीक्कल तट से लगभग 44 नॉटिकल मील दूर समुद्र में अचानक से एक धमाका हुआ, जिसके बाद भारतीय जल सेना ने अपनी बहादुरी दिखाई। इंडियन नेवी की इस बहादुरी के लिए चीन ने धन्यवाद कहा। दरअसल, समुद्र में सिंगापुर की एक कंटेनर जहाज में धमाके के बाद अचानक से भीषण आग लग गई। आग के साथ-साथ भयानक धुआं भी निकलने लगा। यह जहाज मुंबई की ओर जा रही थी, कि तभी इसमें धमाका हो गया।
शिप मैनिफेस्ट दस्तावेज के अनुसार, सिंगापुर के जहाज पर मौजूद कार्गो कंटेनरों में कई खतरनाक पदार्थ हैं। जहाज पर रखे गए कई कंटेनर जलकर राख हो गए, वहीं इंडियन कोस्ट गार्ड कल से बड़े पैमाने पर आग बुझाने की कोशिश में लगी हुई है।
कोच्चि के 130 एनएम उत्तर-पश्चिम में अभी भी बचाव अभियान जारी है। भारतीय कोस्ट गार्ड बल ने आग बुझाने और क्रू मेंबर्स को बचाने के लिए कई संसाधन जुटाए। लेकिन जहाज से अभी भी घना धुआं निकल रहा है, जिसकी वजह से धमाकों की आशंका है। अब तक 18 चालक दल के सदस्यों को बचा लिया गया है, जबकि जहाज पर सवार 4 अन्य लापता हैं। लापता सदस्यों को खोजने के लिए एक बड़ा तलाशी अभियान भी जारी है।
भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने मंगलवार को एक्स पर लिखा, "9 जून को एमवी वान हाई 503 में केरल के अझिक्कल से 44 समुद्री मील दूर जहाज पर विस्फोट और आग लग गई। जहाज पर सवार कुल 22 चालक दल के सदस्यों में से 14 चीनी हैं, जिनमें 6 ताइवान के हैं। हम भारतीय नौसेना और मुंबई तटरक्षक बल के प्रति उनके त्वरित और पेशेवर रेस्क्यू के लिए आभार व्यक्त करते हैं।"
यह घटना 9 जून को सुबह 10:30 बजे के आसपास हुई, जब मुंबई में समुद्री परिचालन केंद्र (MOC) द्वारा अंडरडेक विस्फोट की सूचना दी गई। फिर कोच्चि के अपने समकक्षों को भी इसकी जानकारी दी गई। 270 मीटर लंबा यह जहाज 7 जून को कोलंबो से रवाना हुआ था और 10 जून को मुंबई पहुंचने वाला था।
पब्लिश्ड 10 June 2025 at 19:51 IST