अपडेटेड 11 July 2025 at 20:10 IST
आंखें बंद कर हुस्न के पीछे ना हो पागल… दुनिया की नाक में दम करने वाले चीन को हसीनाओं ने कर दिया चारों खाने चित, जारी करना पड़ा आदेश
Honeytrap in China: चीन के सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है कि विदेशी जासूस देश में घुसपैठ करने और यहां की गुप्त और संवेदनशील जानकारी चुराने की कोशिश में लगे हैं।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Honeytrap in China: सबकी आंखों में आंखें डालकर मुकाबला करने वाला चीन आज हनीट्रैप से डरा हुआ है। चीन ने गुरुवार को कहा कि उसने तीन जासूसी साजिशों को नाकाम कर दिया है। साथ ही, उसने सरकारी कर्मचारियों को हनीट्रैप जैसे विदेशी खतरों से सावधान रहने के लिए कहा है। चीन के सुरक्षा मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए ये जानकारी दी।
हनीट्रैप का मतलब होता है अपने हुस्न का जादू चलाते हुए किसी को प्रेम में फंसाना ताकि दूसरे देशों की गुप्त जानकारी हासिल हो सके। चीन के सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है कि विदेशी जासूस देश में घुसपैठ करने और यहां की गुप्त और संवेदनशील जानकारी चुराने की कोशिश में लगे हैं।
हनीट्रैप के खिलाफ चीन की कर्मचारियों को हिदायत
मंत्रालय ने आगे दावा किया कि विदेशी जासूसों के निशाने पर चीन के सरकारी अधिकारी हैं। हालांकि, मंत्रालय ने ऐसी साजिशों के पीछे किसी भी देश का नाम लेने से परहेज किया। मंत्रालय ने उन अधिकारियों के खिलाफ एक्शन भी लिया है जो किसी बहकावे में आकर चीन के राज दूसरे देशों को दे रहे थे।
मंत्रालय ने अपने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा है कि दिल लगाने से पहले सामने वाले का बैकग्राउंड अच्छे से चेक कर लें। उसने बताया कि हनीट्रैप के जरिए राजनयिक, वैज्ञानिक, टीचर और खासकर विदेशों में पढ़ाई कर रहे छात्रों को निशाना बनाया जाता है जो संवेदनशील जानकारी रख सकते हैं। चीन ने सिर्फ खूबसूरत औरतें ही नहीं, बल्कि आकर्षक मर्दों के प्रति भी सचेत रहने के लिए कहा है।
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चीन में इन सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन
चीनी मंत्रालय ने ली नाम के एक कर्मचारी की कहानी भी बताई जो काम के सिलसिले में विदेश गया था और "सुनियोजित हनीट्रैप" का शिकार हो गया। वो दूसरे देश की एक खुफिया एजेंट की ‘मोहक सुंदरता’ से खुद को बचा नहीं पाया जिसने ली को "अंतरंग तस्वीरों" के जरिए ब्लैकमेल किया। फिर हुआ यूं कि ली को मजबूरी में चीन लौटने पर उसे ऑफिशियल डॉक्यूमेंट सौंपने पड़े। ली को चीन के खिलाफ जासूसी करने के लिए पांच साल की सजा सुनाई गई है।
मंत्रालय ने एक मामला होउ नाम के एक नगरपालिका कैडर का बताया है जिसने जुए की लत में गंवाए पैसे की भरपाई के लिए गोपनीय दस्तावेजों की तस्वीरें खींचकर विदेशी जासूसी एजेंसियों को बेच दिया। उसे भी सजा दी गई है। वहीं, तीसरे मामले में एक युवा अधिकारी को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा क्योंकि उसने अपने एक रिश्तेदार के साथ गोपनीय जानकारी साझा कर दी जिसने उसे विदेशी जासूसी एजेंसियों को भेज दिया।
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Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 11 July 2025 at 20:10 IST