अपडेटेड 26 September 2024 at 22:35 IST

बेंजामिन नेतन्याहू ने नहीं मानी अमेरिका की बात, नहीं होगा युद्धविराम; पूरी ताकत से हमले का आदेश

इजरायल ने साफ कर दिया है कि उत्तर में कोई युद्ध विराम नहीं होगा और सेना को जीत मिलने तक पूरी ताकत से लड़ाई जारी रखने का आदेश दिया है।

Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu
Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu | Image: AP

तेल अवीव, 26 सितंबर (एपी) अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा “कूटनीति के लिए गुंजाइश” के वास्ते “तत्काल” 21 दिन के युद्धविराम का आह्वान किया, हालांकि इजराइल के प्रधानमंत्री बृहस्पतिवार को हिज्बुल्ला के साथ युद्धविराम की संभावनाओं को खास तवज्जो देते नहीं दिखे।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संयुक्तराष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क जाते समय जारी एक बयान में उनके कार्यालय ने कहा कि केवल एक प्रस्ताव विचाराधीन है तथा उन्होंने अभी तक उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। बयान में इस बात से भी इनकार किया गया कि लेबनान के साथ उत्तरी सीमा पर लड़ाई कम करने का कोई निर्देश दिया गया है।

युद्ध छिड़ने का खतरा 

इन टिप्पणियों ने बढ़ती हुई भारी गोलीबारी को रोकने के लिए एक नयी अंतरराष्ट्रीय पहल के बारे में सवाल उठाए हैं। गोलीबारी के कारण लेबनान में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और इजराइल तथा हिज्बुल्ला के बीच पूर्ण युद्ध छिड़ने का खतरा पैदा हो गया है। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब इजराइल ने आतंकवादी समूह को सीमा से दूर खदेड़ने के लिए लेबनान पर जमीनी आक्रमण करने की धमकी दी है तथा लेबनान में इजराइली हमले में 23 लोग मारे गए हैं।

'उत्तर में कोई युद्ध विराम नहीं होगा'

नेतन्याहू की विदेश यात्रा के दौरान कार्यवाहक प्रधानमंत्री की भूमिका निभा रहे इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि उत्तर में कोई युद्ध विराम नहीं होगा, तथा उन्होंने उत्तर में “जीत मिलने तक पूरी ताकत से” लड़ाई जारी रखने तथा अपने घरों से निकाले गए हजारों इजराइली नागरिकों को वापस भेजने का संकल्प जताया। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इजराइली सेना लेबनान में हिज्बुल्ला के ठिकानों पर हमले जारी रखे हुए है।

Advertisement

हिज्बुल्ला ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया

हिज्बुल्ला ने भी लड़ाई रोकने के प्रस्ताव पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, हालांकि लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इसका स्वागत किया है। लेबनानी उग्रवादी समूह ने इस बात पर जोर दिया है कि वह अपने हमले तभी रोकेगा जब गाजा में युद्ध विराम हो जाएगा, जहां इजराइल लगभग एक साल से हमास से लड़ रहा है। अमेरिका, मिस्र और कतर के नेतृत्व में महीनों से चल रही वार्ता के बावजूद यह लक्ष्य प्राप्त करना अब भी दूर की कौड़ी लग रहा है।

'गाजा में लड़ाई जारी रहेगी'

अपने बयान में नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, “गाजा में लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक युद्ध के सभी उद्देश्य हासिल नहीं हो जाते।” नेतन्याहू की सरकार में एक अति दक्षिणपंथी सहयोगी ने धमकी दी है कि यदि हिज्बुल्ला के साथ स्थायी युद्धविराम हो गया तो वह गठबंधन छोड़ देगा। ज्यूश पावर पार्टी के प्रमुख इतामार बेन-ग्वीर ने धमकी दी कि यदि अस्थायी समझौता हो जाता है तो वे गठबंधन के साथ सहयोग निलंबित कर देंगे।

Advertisement

उन्होंने कहा, “यदि अस्थायी संघर्ष विराम स्थायी हो जाता है, तो हम सरकार से इस्तीफा दे देंगे।” यह नेतन्याहू की कट्टरपंथी सरकार की अंतरराष्ट्रीय युद्ध विराम प्रयासों के प्रति नाराजगी का नवीनतम संकेत था। बेन-ग्वीर अगर गठबंधन छोड़ देते हैं, तो नेतन्याहू अपना संसदीय बहुमत खो देंगे और उनकी सरकार गिर सकती है, हालांकि विपक्षी नेताओं ने कहा है कि वे संघर्ष विराम समझौते के लिए समर्थन देंगे।

ये भी पढ़ें: हिज्बुल्लाह का ड्रोन यूनिट चीफ मुहम्मद सरूर ढेर, 24 घंटे में 1,600 ठिकानों पर हमला; लेबनान धुंआ-धुंआ

(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 26 September 2024 at 22:35 IST