अपडेटेड 26 May 2025 at 00:07 IST

बांग्लादेश में तख्तापलट की आशंका के बीच आम चुनाव कराने का ऐलान, मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव ने बताया कब तक होगा इलेक्शन

बांग्लादेश में तख्तापलट की आशंकाओं के बीच आम चुनाव को लेकर प्रेस सचिव का बड़ा अपडेट साने आया है। प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने बांग्लादेश में आम चुनाव को लेकर जानकारी दी है।

Nobel laureate Yunus
बांग्लादेश में आम चुनाव को लेकर बड़ा अपडेट। | Image: AP

बांग्लादेश में आम चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल लगातार गर्माता हुआ नजर आ रहा है। चुनावी तारीखों को लेकर अब भी तस्वीरें साफ नहीं हो पाई है। हाल ही में खबर आ रही थी कि बांग्लादेश में एक बार फिर से तख्तापलट होने जा रहा है। इस बीच बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख और नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ मुहम्मद यूनुस प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने इसे लेकर में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। शफीकुल आलम के मुताबिक, देश के मौजूदा हालात और अलग-अलग राजनीतिक दलों से बातचीत के आधार पर चुनाव दिसंबर 2025 से जून 2026 के बीच कराए जा सकते हैं।

बता दें, बीते कुछ समय से बांग्लादेश में अंतरिम युनूस सरकार और सेना के बीच अनबन की खबरें भी सामने आ रही थी। इसकी वजह से ये भी अटकलें लगाई जा रही थी कि बांग्लादेश में फिर से तख्तापलट हो सकता है। ऐसे में ये कारण भी हो सकता है कि युनूस के प्रेस सचिव की तरफ से आम चुनाव की तारीखों को लेकर ऐलान कर दिया गया। डॉ यूनुस ने हाल ही में तीन प्रमुख दलों—बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP), जमात-ए-इस्लामी और नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP)—के नेताओं के साथ बातचीत की। इन बैठकों में सभी दलों ने चुनाव को लेकर अपनी राय रखी। जमात-ए-इस्लामी ने दिसंबर में चुनाव कराने के पक्ष में हामी भरी, जबकि NCP ने चिंता जताई कि वर्तमान प्रशासनिक माहौल में सभी दलों को समान अवसर नहीं मिल पा रहा है।

बांग्लादेश में चुनाव आयोग के पुनर्गठन की मांग

एनसीपी ने चुनाव आयोग के पुनर्गठन की भी मांग की। बीएनपी की ओर से संयुक्त महासचिव रूहुल कबीर रिजवी ने चुनाव प्रक्रिया में देरी को लेकर सवाल उठाए। उनका मानना है कि यदि चुनाव आयोग निष्पक्ष रूप से काम करे तो जून या जुलाई 2025 तक चुनाव कराना संभव है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर चुनाव में अनावश्यक देरी हुई, तो अंतरिम सरकार की वैधता पर सवाल खड़े हो सकते हैं।

मार्च या जून 2026 तक टाला जा सकता है चुनाव

इस बीच, डॉ. यूनुस की सरकार ने संवैधानिक सुधारों पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत एक संवैधानिक सुधार आयोग का गठन किया गया है, जो बीते समय की कमियों का विश्लेषण कर एक नया लोकतांत्रिक संविधान तैयार करने की दिशा में कार्य कर रहा है। उनका कहना है कि चुनाव से पहले जरूरी सुधारों को लागू करना आवश्यक है, और अगर ये सुधार जल्द पूरे होते हैं, तो चुनाव दिसंबर 2025 में कराए जा सकते हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इन्हें मार्च या जून 2026 तक टाला जा सकता है।

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डॉ यूनुस ने यह भी स्पष्ट किया कि वे सत्ता में बने रहने की इच्छा नहीं रखते। उनका लक्ष्य सिर्फ बांग्लादेश में लोकतंत्र को बहाल करना और सभी दलों को निष्पक्ष चुनावी माहौल देना है। ऐसे में चुनाव की अंतिम तारीख सुधारों की प्रगति और राजनीतिक सहमति पर निर्भर करेगी।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 26 May 2025 at 00:06 IST