अपडेटेड 10 December 2025 at 10:30 IST
चेरनोबिल में परमाणु विस्फोट के 38 साल बाद नीले पड़ने लगे कुत्ते? रंग देखकर कांप उठे थे लोग, अब सच्चाई सामने आई तो...
अक्टूबर में यूक्रेन के नीले कुत्तों का खौफ चारों तरफ फैल रहा था। कहा जा रहा था कि ये कुत्ते उसी चेरनोबिल में नजर आए थे, जहां 38 साल पहले परमाणु विस्फोट ने कई जिंदगियां छीन ली थी।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Chernobyl: अक्टूबर में यूक्रेन के नीले कुत्तों का खौफ चारों तरफ फैल रहा था। कहा जा रहा था कि ये कुत्ते उसी चेरनोबिल में नजर आए थे, जहां 38 साल पहले परमाणु विस्फोट ने कई जिंदगियां छीन ली थी।
इन कुत्तों को देखकर बड़े से बड़े जानकार और वैज्ञानिक भी सहम उठे थे। माना जा रहा था कि चेरनोबिल की हवाओं ने एक बार फिर जहर उगलना शुरू कर दिया है। हालांकि, अब इन कुत्तों की सच्चाई सामने आई है, जिसने लोगों को एक बार फिर सन्न कर दिया है।
सहम उठे थे वैज्ञानिक
26 अप्रैल 1986 को तत्कालीन सोवियत संघ में चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में एक परमाणु दुर्घटना हुई थी। एक रिएक्टर में परीक्षण के दौरान नियंत्रण खोने के कारण हुए विस्फोट और आग ने पर्यावरण में भारी मात्रा में रेडियोधर्मी पदार्थ फैला दिए और यह परमाणु ऊर्जा के इतिहास में सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक बन गई। इस घटना के बाद निवासियों को अत्यधिक विकिरण से बचाने के लिए आस-पास के क्षेत्रों से निकाला गया, जिससे एक बड़ा 'चेरनोबिल अपवर्जन क्षेत्र' (Chernobyl Exclusion Zone) बन गया।
उस वक्त लोगों ने जानवरों पर ध्यान नहीं दिया था। ऐसे में अक्टूबर में जब नीले कुत्ते चेरनोबिल में दिखने लगे तो जानकारों ने अनुमान लगाया कि ये कुत्ते 1986 के कुत्तों के बच्चे हो सकते हैं, जिनपर परमाणु विस्फोट का असर अब दिखने लगा है। हालांकि, ये बस एक अनुमान ही था। इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती थी। हैरानी की बात ये थी कि ये कुत्ते पूरी तरह से स्वस्थ थे।
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कैसे नीला हुआ कुत्तों का रंग?
कुत्तों के नीलापन की सच्चाई अब सामने आई है। विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक वैज्ञानिक डॉ. टिमथी ए. मूसेउ ने खुलासा किया है कि इस घटना से परमाणु विस्फोट का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने इसे कुत्तों की गंदी हरकतों का नतीजा बताया है।
वैज्ञानिक के अनुसार, इन कुत्तों को बिल्लियों के लिटर बॉक्स में घुसने की आदत होती है। कुत्ते इसी गंदगी में लोट-पोट हो रहे थे, जिसके कारण ये नीला रंग उसी गंदगी की वजह से आया है।
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 10 December 2025 at 10:27 IST