अपडेटेड May 7th 2025, 15:46 IST
India-Pakistan: पहलगाम हमले के बाद से परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसी देश एक पूर्ण सैन्य संघर्ष के मुहाने पर खड़े हैं। भारत आतंकवाद पर प्रहार कर रहा है तो पाकिस्तान दर्द के चलते हालातों को जंग की ओर धकेलने की कोशिश में लगा है। शुरुआत से पाकिस्तानी नेताओं और हुक्मरान जंग की धमकी देते रहे हैं। खैर भारत अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर चलकर पाकिस्तान के भीतर भी आतंकवादियों को मार रहा है। हालिया ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरी दुनिया को भी भारत ने मैसेज दे दिया है कि वो आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति पर अड़िग है। खैर, भारत की हालिया स्ट्र्राइक को लेकर कुछ मुस्लिम देश सामने आए हैं, जो अपनी बात रख रहे हैं।
पाकिस्तान जिन आतंकवादियों को पाल रहा था, भारत ने अपने 25 मिनट के ऑपरेशन में सैकड़ों को जहन्नम पहुंचा दिया। इससे भारत और पाकिस्तान में तनाव बढ़ा है। हालांकि मुस्लिम देश कतर और यूएई का कहना है कि दोनों देशों को सैन्य तनाव से बचना चाहिए। संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधान मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने “संयम” का आह्वान किया और सैन्य वृद्धि से बचने का आग्रह किया।
कतर ने कहा है कि वो भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को लेकर बहुत चिंतित है और उसने राजनयिक माध्यमों से संकट को सुलझाने का आह्वान किया है। शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव पर दोहा की चिंता व्यक्त की। कतर के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर कहा कि 'शेख मोहम्मद, जो खाड़ी राज्य के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री हैं, ने बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों से एक ठोस समाधान खोजने में मदद करने के लिए दोहा की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग और इसे मजबूत करने और विस्तारित करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने भारत गणराज्य और इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के बीच चल रहे संकट में नवीनतम घटनाक्रमों और कूटनीतिक माध्यमों से इसे हल करने के तरीकों पर भी चर्चा की।'
रूस ने दोनों देशों से तनाव कम करने और शांतिपूर्ण समाधान खोजने का आह्वान किया है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने बुधवार को एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘पहलगाम के पास आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव बढ़ने से हम बहुत चिंतित हैं। रूस आतंकवाद के कृत्यों की कड़ी निंदा करता है, आतंकवाद के किसी भी प्रकटीकरण का विरोध करता है और इस बुराई से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट करने की जरूरतों पर जोर देता है।’
पब्लिश्ड May 7th 2025, 15:46 IST