अपडेटेड 7 May 2025 at 09:51 IST
सिर्फ पहलगाम नहीं, 26/11 मुंबई, संसद अटैक भी... भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से ले लिया पाकिस्तान से सबका बदला
भारतीय सेना और एयरफोर्स ने जॉइन्ट ऑपरेशन कर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिलाया। इन हमलों में अब तक करीब 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
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Operation Sindoor: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने जो खून-खराबा मचाया, उसमें 26 निर्दोष नागरिकों की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। इनमें अधिकतर महिलाएं थीं, जिनके सिंदूर उजड़ गए। पूरे देश में इस हमले को लेकर आक्रोश था। अब भारत ने इस दर्द का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए दिया है।
बीती रात भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया। 7 मई की आधी रात भारतीय सेना और एयरफोर्स ने जॉइन्ट ऑपरेशन कर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिलाया। इन हमलों में अब तक करीब 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
भारत का संकल्प, अब कार्रवाई में बदला
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा था कि आतंकवादियों और उनके मददगारों को बख्शा नहीं जाएगा। अमित शाह कह चुके थे कि चुन-चुनकर बदला लिया जाएगा। भारत ने ये संकल्प अब सर्जिकल कार्रवाई में बदल दिया है। खुफिया एजेंसियों की जानकारी पर आधारित इन हमलों में उन्हीं ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां से भारत में आतंकी हमलों की साजिशें रची जाती थीं।
लश्कर, जैश और हिजबुल के अड्डों पर हमला
भारत के इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के मुख्यालय को तबाह कर दिया गया। लश्कर का गढ़ 'मरकज ए तैयबा', जहां 26/11 का आतंकी अजमल कसाब ट्रेनिंग ले चुका था, अब मलबे में तब्दील हो चुका है। जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय ‘मस्जिद जश-शुभानअल्लाह’ भी पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया है। इसके अलावा हिजबुल के कई ट्रेनिंग कैम्प भी निशाने पर रहे।
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एक हमला, कई बदले
इस सर्जिकल स्ट्राइक को सिर्फ पहलगाम के जवाब के तौर पर नहीं देखा जा रहा, बल्कि ये 26/11 मुंबई हमला, पुलवामा और संसद पर हमले जैसे कई बड़े हमलों का भी जवाब है। विशेषज्ञों के अनुसार, जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनका पुराने हमलों से सीधा संबंध रहा है। 26/11 के आतंकी कसाब ने लश्कर के मरकज ए तैयबा में ट्रेनिंग ली थी। पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। संसद हमले में शामिल आतंकी भी इन्हीं ठिकानों से ट्रेनिंग लेकर आए थे।
आतंक को पनाह देने वालों को संदेश
ये हमला सिर्फ आतंकियों पर नहीं, बल्कि उन्हें पनाह देने वालों पर भी सीधा संदेश है। पाकिस्तान की सेना और ISI वर्षों से इन आतंकी संगठनों को संसाधन, सुरक्षा और रणनीतिक समर्थन देती रही है। लेकिन अब भारत ने साफ कर दिया है-अगर भारत पर हमला किया गया, तो जवाब दुश्मन की जमीन पर दिया जाएगा। कुल मिलाकर यs ऑपरेशन एक नए भारत की तस्वीर है, जो आतंक को माफ नहीं करता और जवाब उसी भाषा में देता है।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 7 May 2025 at 09:51 IST