अपडेटेड 16 March 2025 at 19:33 IST
पाकिस्तान आर्मी को क्यों निशाना बना रहे बलूच विद्रोही? आजादी की मांग के साथ चाइना भी है एक बड़ा कारण
पाकिस्तान से बलूचों की नाराजगी 1948 से चली आ रही है। सवाल ये है कि BLA आखिर पाकिस्तान आर्मी को क्यों निशाना बना रहा है? सरकार से बलूच विद्रोही क्या चाहते हैं?
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Pakistan vs Balochistan : 'बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय?' संत कबीर का ये दोहा पाकिस्तान पर एक दम सटीक बैठता है। पाकिस्तान में आतंकियों को पनाह देने का लंबा इतिहास रहा है। भारत के खिलाफ रह-रहकर साजिश रचने वाला देश आज खुद आतंकी हमलों से परेशान हो गया है। पाकिस्तान से हर रोज आतंकी हमलों की खबरें आती रहती है। इसके अलावा बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के विद्रोही पाकिस्तान आर्मी को लगातार निशाना बना रहे हैं।
बलोच आर्मी ने 48 घंटे में पाकिस्तानी सेना पर तीन बड़े हमले किए हैं। पाकिस्तानी सेना पर किए गए BLA के ताजा हमले में 90 पाक सैनिकों की मौत हुई है। 11 मार्च को जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने के बाद BLA ने पाकिस्तानी सेना पर हमलों की संख्या को बढ़ा दिया है। लेकिन यहां सवाल ये है कि BLA आखिर पाकिस्तान आर्मी को क्यों निशाना बना रहा है? पाकिस्तान सरकार से बलूच विद्रोही क्या चाहते हैं?
BLA क्या चाहता है?
BLA एक अलगाववादी संगठन है, जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सक्रिय है। पाकिस्तान से बलूचों की ये नाराजगी 1948 से चली आ रही है। BLA, पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी चाहता है। इसके पीछे कई ऐतिहासिक, राजनीतिक और आर्थिक कारण जुड़े हुए हैं। BLA का मानना है कि 1948 में बलूचिस्तान को पाकिस्तान में जबरन शामिल किया गया था। पाकिस्तान विलय में बलूचों की सहमति नहीं थी। इसलिए इसे वो अवैध मानते हैं।
BLA का लक्ष्य क्या है?
BLA, बलूच राष्ट्रवादी आंदोलन का हिस्सा है। इसका प्राथमिक लक्ष्य बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर स्वतंत्र राष्ट्र स्थापित करना है। बलूच विद्रोहियों ने अपने लोगों की पहचान, अपनी संस्कृति और संसाधनों की रक्षा के लिए हथियार उठाए हैं। उनका लक्ष्य अपनी भाषा और परंपराओं को संरक्षित करना है। BLA का दावा है कि पाकिस्तान आर्मी बलूचों की हत्याएं और उत्पीड़न करती है। BLA, पाकिस्तान आर्मी की भारी सैन्य मौजूदगी को बलूचिस्तान पर कब्जे के रूप में देखती है। पाकिस्तान से आजादी पाने के लिए वो आर्मी को निशाना बनाते हैं और अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश करते हैं। पाकिस्तान आर्मी की मौजूदगी को BLA अपनी स्वतंत्रता और पहचान पर हमला मानती है।
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चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर
BLA के पाकिस्तान आर्मी को निशाना बनाने का एक मुख्य कारण चीन-पाकिस्तान कोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) भी है। बलूच विद्रोहियों का मानना है कि यह परियोजना बलूचिस्तान के संसाधनों को लूटने और स्थानीय लोगों को हाशिए पर धकेलने का एक नया तरीका है। BLA के लड़ाके पाकिस्तान आर्मी के जवानों को इसलिए भी निशाना बनाते हैं क्योंकि पाकिस्तान आर्मी को CPEC परियोजनाओं की सुरक्षा करती है। ये ही वजह है कि आर्मी जवानों के साथ-साथ चीनी नागरिकों को भी निशाना बनाया जाता है।
प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध
बलूचिस्तान, पाकिस्तान के सबसे संसाधन-संपन्न प्रांतों में से है। बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों जैसे-गैस, तेल और खनिजों से समृद्ध राज्य है, लेकिन BLA और बलूचिस्तान के स्थानीय लोग आरोप लगाते हैं कि पाकिस्तानी सरकार इन संसाधनों का शोषण करती है और हमें अपने राज्यों के संसाधनों का लाभ नहीं मिलता है। प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध होने के बाद भी बलूचिस्तान गरीबी और विकास के अभाव से जूझता रहता है और यहां का धन पंजाब जैसे दूसरे प्रांतों में जाता है।
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पाकिस्तान आर्मी को सीधी चुनौती
हाल के कुछ सालों में BLA ने अपनी रणनीति में बदलाव और आर्मी पर हमले तेज किए हैं। जफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक करना और आर्मी की बस पर हमला करना ये दर्शाता है कि वे पाकिस्तान आर्मी को बलूच विद्रोही सीधे चुनौती दे रहे हैं। इसके अलावा, अगस्त 2024 में हुए 'ऑपरेशन हेरोफ' में BLA ने कई सैन्य चौकियों और बुनियादी ढांचे पर हमले कर दर्जनों सैनिकों को मार गिराया था। इन सभी हमलों का मकसद पाकिस्तान सरकार और सेना को कमजोर कर अपनी मांगों को दुनिया के सामने रखना है। उनका लक्ष्य दुनिया को बलूचिस्तान में हो रहे अन्याय, शोषण और कब्जे को दिखना है। पाक की सैन्य शक्ति को कमजोर कर बलूचिस्तान की आजादी का रास्ता साफ करना है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 16 March 2025 at 19:30 IST