अपडेटेड 28 November 2025 at 16:44 IST
UAE Visa Ban Pakistan : मुस्लिम देश ही पाकिस्तानियों पर लगाने लगे बैन, कहा- भिखारियों की यहां जरूरत नहीं
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने पाकिस्तानी साधारण पासपोर्ट धारकों के लिए नए वीजा जारी करने पर अनौपचारिक रूप से रोक लगा दी है। इसका मुख्य कारण कुछ पाकिस्तानी यात्रियों द्वारा भीख मांगना, सड़क अपराध, हत्या, अपहरण, तस्करी और मानव तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल होना है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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UAE Pakistan Visa Ban: आंतकवाद को पालने वाले देश पाकिस्तान की दुनिया भर में फजीहत हो गई है। अब पाकिस्तानी नागरिकों को मुस्लिम देश भी लात मारने लगे हैं। सऊदी अरब द्वारा 5,000 पाकिस्तानी भिखारियों को निर्वासित करने के बाद, अब संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तानी नागरिकों को नियमित वीजा जारी करने पर अनौपचारिक रूप से रोक लगा दी है। UAE अब पाकिस्तानियों को वीजा जारी नहीं कर रहा है।
संयुक्त अरब अमीरात ने सामान्य पासपोर्ट रखने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को लगभग सभी नए वीजा जारी करना बंद कर दिया है। यह कदम पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा खाड़ी देश की यात्रा करने और आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के मद्देनजर उठाया गया है। खाड़ी देश UAE ने पाकिस्तानियों को वीजा देने पर पूरी तरह से बैन तो नहीं लगाया है, लेकिन वीजा भी जारी नहीं कर रहा है।
UAE ने क्यों उठाया से कदम
संयुक्त अरब अमीरात को चिंता है कि पाकिस्तानी यहां पहुंचने के बाद आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। वीजा नहीं देने के पीछे पाकिस्तानी यात्रियों द्वारा भीख मांगना, सड़क अपराध, हत्या, अपहरण, तस्करी और मानव तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल होना है। पाकिस्तानी अखबार द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, केवल नीले और राजनयिक पासपोर्ट धारकों को ही वीजा जारी किया जा रहा है, जबकि सभी नियमित आवेदनों पर अनौपचारिक रोक लगा दी गई है।
UAE ने पाकिस्तानी साधारण पासपोर्ट धारकों के लिए पर्यटक, व्यापारिक और वर्क वीजा पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। आधिकारिक तौर पर इसे पूर्ण प्रतिबंध नहीं कहा जा रहा, लेकिन वास्तविकता यह है कि नए आवेदनों को मंजूरी मिलना लगभग असंभव हो गया है। यह कदम कुछ पाकिस्तानी यात्रियों द्वारा देश में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के कारण उठाया गया है, जो न केवल यूएई की सुरक्षा को चुनौती दे रही हैं, बल्कि द्विपक्षीय संबंधों को भी प्रभावित कर रही हैं।
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पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर असर
UAE ने यह कदम सऊदी अरब द्वारा हजारों पाकिस्तानी भिखारियों को प्रत्यर्पित करने के बाद उठाया गया है। इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ रहा है, क्योंकि यूएई से आने वाले रेमिटेंस (34 अरब डॉलर सालाना) और श्रम प्रवास प्रभावित हो रहा है। केवल डिप्लोमेटिक और ब्लू पासपोर्ट धारकों को वीजा मिल रहे हैं, जबकि साधारण आवेदनों के करीब 80% वीजा रद्द हो रहे हैं। 2024 में यूएई से पाकिस्तान को 34 अरब डॉलर के रेमिटेंस मिले, जो विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत रखते हैं।
खाड़ी देशों और शहरों, खासकर दुबई और अबू धाबी, को लाखों पाकिस्तानी यात्री और नौकरी चाहने वाले पसंद करते हैं। हर साल 8,00,000 से ज़्यादा पाकिस्तानी खाड़ी और मध्य पूर्वी देशों के वीजा के लिए आवेदन करते हैं। दुबई और अबू धाबी जैसे यूएई के चमचमाते शहर लंबे समय से पाकिस्तानी प्रवासियों की पसंद रही हैं। यहां नौकरियां, व्यापार और पारिवारिक यात्राओं के अवसरों की भरमार है।
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2024 में लगा था बैन
इससे पहले दिसंबर 2024 में संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और कई अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तान के अलग-अलग कम से कम 30 शहरों के लोगों को वीजा देने पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया था। यहां के लोग विदेश जाकर सड़कों पर भीख मांगते थे, तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी और दूसरे अपराधों में शामिल पाए गए थे। अपराधियों में पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि हुई थी। सऊदी अरब ने भी भिखारियों के पकड़े जाने के बढ़ते मामलों के बाद पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी थी।
सऊदी अरब ने 5,000 पाकिस्तानी भिखारियों को निकाला
इसी साल की शुरुआत में सऊदी अरब ने संगठित भीख मांगने वाले नेटवर्कों पर बड़ी कार्रवाई की थी। जिसके बाद स्थानीय कानूनों का उल्लंघन करने वाले हजारों पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित कर दिया गया। हिरासत में लिए गए कई लोग यात्रा वीजा पर आने वाले समूहों का हिस्सा थे और मस्जिदों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों के बाहर सड़क पर भीख मांगते थे।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 28 November 2025 at 16:44 IST