अपडेटेड 28 October 2025 at 14:52 IST
Taliban Attack: खैबर पख्तूनख्वा में तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना पर किया हमला, कुल 15 सैनिकों की मौत; कई जख्मी
पाकिस्तानी सेना ने अब तक दर्जनों ऑपरेशन चलाए हैं, लेकिन परिणाम निराशाजनक रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि विकास की कमी और बेरोजगारी ने युवाओं को चरमपंथ की ओर धकेल दिया है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Pakistan News : एक तरफ तालिबानी लड़कों ने पाकिस्तान की नाक में दम कर रख है, तो दूसरी तरफ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने खैबर पख्तूनख्वा पर हमला बोल दिया है। इन हमलों ने पाकिस्तानी सेना को गंभीर चुनौती दी है। सैन्य कर्मियों पर हुए ताजा हमलों में 6 कमांडो मारे गए, जबकि 7 अन्य घायल हो गए।
इसी तरह, दक्षिण वजीरिस्तान के कुछ इलाकों में भी पाकिस्तान सेना की चौकियों को निशाना बनाया गया है। सैन्य चौकियों पर हुए हमलों में आठ सैनिक मारे गए और कई अन्य घायल हैं। सैन्य ठिकानों पर लगातार होते ये हमले बताते हैं कि पाकिस्तानी सेना की पकड़ कमजोर हो रही है। TTP की कार्रवाइयां अब पहले से अधिक और सटीक हो गई हैं।
दमनकारी नीतियों का जवाब
TTP दावा करता है कि ये हमले पाकिस्तानी सरकार की दमनकारी नीतियों का जवाब हैं। सीमा पार अफगानिस्तान में तालिबान शासन के बाद TTP का हौसला बढ़ा है। TTP के हमलों से पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा की स्थिति और बिगड़ रही है।
आत्मसमर्पण की बढ़ती घटनाएं
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पाकिस्तान सेना और सरकार के लिए सबसे अधिक चिंता की बात ये है कि हमलों के डर से कुछ पाकिस्तानी सैन्य इकाइयों ने आत्मसमर्पण किया है और घटनाओं में तेजी आई है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण वजीरिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के दुर्गम इलाकों में सैनिकों ने विद्रोही समूहों के सामने हथियार डाल दिए हैं। यह न केवल सेना की नैतिकता पर सवाल खड़े करता है, बल्कि TTP की बढ़ती ताकत को भी दर्शाता है। ये हमले पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा को प्रभावित कर रहे हैं।
पाकिस्तानी सेना ने अब तक दर्जनों ऑपरेशन चलाए हैं, लेकिन परिणाम निराशाजनक रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि विकास की कमी और बेरोजगारी ने युवाओं को चरमपंथ की ओर धकेल दिया है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 28 October 2025 at 14:52 IST