अपडेटेड 13 May 2024 at 16:59 IST

पाकिस्तान के खिलाफ Pok में बगावत, महंगाई के खिलाफ सड़कों पर लोग, पुलिस की ताबड़तोड़ फायरिंग, VIDEO

PoK में पाकिस्तान से आजादी के नारे बुलंद हो रहे हैं। पूरे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण है। सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प हो रही है।

PoK protest against pakistan
पाकिस्तान के खिलाफ Pok में बगावत | Image: Republic

PoK protest against pakistan : सड़कों पर जनता और गली-गली में हिंसा। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। PoK में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ लोग बगावत पर उतर आए हैं। पिछले तीन दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान से आजादी के नारे बुलंद हो रहे हैं। गेहूं के आटे, बिजली की ऊंची कीमतों और अधिक कर के खिलाफ शुरू की गई पूर्ण हड़ताल सोमवार को चौथे दिन भी जारी है। जिससे पूरे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। वहीं, सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प हो रही है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, शनिवार को पुलिस और अधिकार आंदोलन के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में एक पुलिस अधिकारी की भी मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे। घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी थे। इससे पहले शुक्रवार को पूर्ण हड़ताल करने से जनजीवन ठप हो गया। सरकार ने प्रदर्शनकारियों से बात करने की भी कोशिश, लेकिन कोई हल नहीं निकला।

प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई

PoK के मुजफ्फराबाद में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई के बाद महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया। अवामी एक्शन कमेटी ने मंगला बांध से कर मुक्त बिजली और गेहूं के आटे पर सब्सिडी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया। इसके बाद रात भर पुलिस की छापेमारी से हड़ताल को बढ़ावा मिला। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। मुजफ्फराबाद, दादियाल, मीरपुर और PoK के अन्य हिस्सों में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं।

जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (JAAC) के सदस्य क्षेत्र में उत्पादन लागत के अनुसार बिजली की कीमतों को तय करने, गेहूं के आटे पर सब्सिडी और कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। JAAC के नेतृत्व में पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक लंबा मार्च निकाला गया। JAAC कोर कमेटी और क्षेत्र के मुख्य सचिव दाऊद बराच के बीच हुई बातचीत में कोई समाधान न निकलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फराबाद की ओर कूच करने का एलान किया।

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बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात

पाकिस्तानी अखबार डॉन में प्रकाशित खबर के मुताबिक प्रदर्शनकारी पहले ही कई स्थानों पर कोहाला-मुजफ्फराबाद रोड को बंद कर वहां धरने पर बैठ हुए हैं। चौराहों और संवेदनशील स्थानों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। बाजार, व्यापार केंद्र और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, जबकि यातायात सेवाएं ठप्प हैं। मीरपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच शनिवार को झड़प होने के बाद तथाकथित सरकार ने रेंजर्स को बुलाया।

अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुंछ-कोटली रोड पर एक मजिस्ट्रेट की कार समेत कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में बाजार, व्यापार केंद्र, कार्यालय, स्कूल और रेस्तरां बंद रहे। PoK के अलग-अलग स्थानों में हिंसा होने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुजफ्फराबाद में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया। इससे पहले ही सरकार ने क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी थीं।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 13 May 2024 at 16:59 IST