अपडेटेड November 27th 2024, 16:11 IST
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शन हिंसक रूप में बदल गई। सुरक्षाकर्मी और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में अब तक 10 से अधिक लोगों की मौत हो गई। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल भी हैं। मरनेवालों में सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। राजधानी इस्लामाबाद में हालात बेकाबू हो गए हैं। सड़कों पर पाकिस्तानी सेना और इमरान के समर्थकों के बीच खूनी जंग हो रही है।
इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर उनके समर्थक पिछले दो दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इमरान के समर्थक राजधानी इस्लामाबाद कूच कर रहे हैं तो सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकने के हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं। इस बीच इमरान के समर्थकों ने राजधानी पहुंचने के लिए पुलिस अवरोधकों को हटा दिया और उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई।
पाकिस्तान ने तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर सेना को तैनात किया हुआ है और खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों ने इस्लामाबाद के डी-चौक स्थल की ओर जाने वाले रास्ते पर रोकने की कोशिश की गई। वहीं, PTI ने अपने X हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रदर्शनकारी को एक कंटेनर से नीचे गिराते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट में लिखा है- एक निर्दोष, निहत्थे प्रदर्शनकारी को एक कंटेनर पर प्रार्थना कर रहा था, तभी सशस्त्र अर्धसैनिक बलों ने उसे काफी ऊंचाई से बेरहमी से धक्का दे दिया। यह स्पष्ट नहीं है कि वह गिरने के बाद बच गया या नहीं। यह भयावह कृत्य इस शासन और उसके सुरक्षा बलों की सरासर क्रूरता और फासीवाद को दर्शाता है, जो अपने रास्ते में आने वाले किसी भी नागरिक को कुचलने के लिए गिर गए हैं।
PTI ने दावा किया है कि पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में कम से कम एक दर्जन निर्दोष प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है, जबकि सैकड़ों अन्य घायल हैं। कई की हालत गंभीर है। राजधानी इस्लामाबाद के अस्पतालों में शवों और गंभीर रूप से घायल प्रदर्शनकारियों की रिपोर्ट आने के साथ ही मरने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
इमरान खान की पार्टी (PTI) ने X पर पोस्ट में लिखा है, पाकिस्तान के लोग सैन्य समर्थित फासीवादी शासन के तहत अत्यधिक उत्पीड़न झेल रहे हैं, जिसने शांतिपूर्ण विरोध के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने वाले निर्दोष नागरिकों पर सीधी गोलीबारी का सहारा लिया है। मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हैं, अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही है और आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति की कमी हो रही है, और संकट हर पल बढ़ता जा रहा है।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (72) पिछले वर्ष अगस्त से जेल में हैं। उन्होंने 13 नवंबर को 24 नवंबर को देशव्यापी प्रदर्शन करने का आह्वान किया था। उन्होंने कथित तौर पर चोरी किये गये जनादेश, लोगों की गिरफ्तारी और 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा की थी। अब उनकी रिहाई की मांग को लेकर देशव्यापी प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के शीर्ष नेताओं ने खान की रिहाई तक इस्लामाबाद में रहने की प्रतिबद्धता जताई है। खान की पत्नी बुशरा बीबी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे तभी यहां से जाएं जब खान खुद आकर अगली कार्रवाई के बारे में बताएं।
पब्लिश्ड November 27th 2024, 06:59 IST