अपडेटेड 26 November 2025 at 09:16 IST
फिर बिलबिलाया पाकिस्तान, राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज लहराने से लगी मिर्ची, बाबरी मस्जिद का जिक्र कर क्या कहा?
Pakistan news: राम मंदिर के ध्वजारोहण से पाकिस्तान को मिर्ची लगी है। इस्लामाबाद ने इंटरनेशनल कम्युनिटी से भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया, हेट स्पीच और नफरत से प्रेरित हमलों पर ध्यान देने को कहा है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Pakistan on Ram Mandir Dhwajarohan 2025: खुद दाने-दाने का मोहताज पाकिस्तान को भारत के हर मसले में घुसने की आदत है। यहां भारत में कुछ भी होता है तो उससे पाकिस्तान को मिर्ची लगना स्वाभाविक है। अब 25 नवंबर को जब राम मंदिर के शिखर पर भगवा धर्म-ध्वज की स्थापना हुई तो इस पर भी पड़ोसी मुल्क बिलबिला उठा है। उसने भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया और विरासत के अपमान की बात कही। इतना ही नहीं खुद अल्पसंख्यकों के अधिकारों का लगातार हनन करने वाला देश अब भारत को ज्ञान देने चला है।
25 नवंबर को अयोध्या धाम का नाम फिर से इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों से अंकित हो गया। रामभक्तों के 500 साल का इंतजार खत्म हुआ। PM मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराया।
राम मंदिर के ध्वजारोहण पर रोया पाकिस्तान
राम मंदिर के ध्वजारोहण से पाकिस्तान के पेट में दर्द शुरू हो गया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने 'राम मंदिर' पर झंडा फहराने पर गहरी चिंता जता रहा है। उसने एक बयान में 6 दिसंबर 1992 की घटना का जिक्र किया और कहा कि फासीवादी सोच से प्रेरित कट्टरपंथी भीड़ ने बाबरी मस्जिद में गिरा दिया था। इतना ही नहीं पाक ने यह भी कहा कि भारत ने इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बरी कर दिया गया और गिराई गई मस्जिद की जगह मंदिर का निर्माण हुआ।
अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर देने चला ज्ञान
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे अल्पसंख्यकों के लिए भारतीय सरकार के भेदभाव वाला रवैया बताया और आगे कहा कि यह भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर दबाव के एक बड़े पैटर्न और बहुसंख्यक हिंदुत्व सोच के असर में मुस्लिम सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को खत्म करने की जानबूझकर की गई कोशिशों को दिखाता है। उसने यह भी आरोप लगाया कि कई मस्जिदें विवादों और कानूनी चुनौतियों का सामना कर रही हैं, जिससे मुस्लिम धार्मिक स्थलों के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं।
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इस्लामाबाद ने इंटरनेशनल कम्युनिटी से भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया, हेट स्पीच और नफरत से प्रेरित हमलों पर ध्यान देने को कहा है। उसने कहा कि इंटरनेशनल समुदाय को जहां भी धार्मिक विरासत को खतरा महसूस हो, वहां “तुरंत कदम” उठाने चाहिए।
भारत के आतंरिक मसलों में टांग अड़ाना पुरानी आदत
अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के मामले में पाकिस्तान को दूसरों को उपदेश देने के बजाय अपने ही खराब रिकॉर्ड पर गौर करना चाहिए। वो भारत के मुसलमानों का मसीहा बनने की कोशिश वो देश कर रहा है, जहां हिंदूओं और दूसरे अल्पसंख्यकों का क्या हाल, उससे पूरी दुनिया वाकिफ है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार अल्पसंख्यकों के अधिकारों के हनन मामले में कई बार पाकिस्तान की पोल दुनिया के सामने खोली है। बावजूद इसके वो उपदेश देने से बाज नहीं आता।
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राम मंदिर करोड़ों लोगों की आस्थाओं से जुड़ा हैं और ये पूरी तरह से भारत का आतंरिक मामला है। भारत कई मौकों पर दुनिया को साफ कर चुका है कि हमारे आंतरिक मसलों में किसी दूसरे देश को हस्तक्षेप नहीं चाहिए, लेकिन पाकिस्तान की तो पुरानी आदत है। वो अपने गिरेबान में झांकने की बजाए भारत के हर मसले में टांग अड़ाता आया है और हर बार मुंह की खाता रहा है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 26 November 2025 at 09:16 IST