अपडेटेड 12 December 2025 at 21:48 IST
PM मोदी-पुतिन मुलाकात से पाकिस्तान जल-भुन गया, अब शहबाज शरीफ मुंह दिखाने लायक नहीं रहे, 40 मिनट के इंतजार के बाद रूसी राष्ट्रपति ने...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने विदेश मंत्री इशाक डार के साथ 40 मिनट तक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इंतजार करते रहे, लेकिन वो मिलने नहीं आए। इसके बाद शहबाज शरीफ उठकर चले गए।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपनी भयंकर बेइज्जती को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह है रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की चाहत। शहबाज शरीफ तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में इंटरनेशनल फोरम ऑन पीस एंड ट्रस्ट में हिस्सा लेने पहुंचे थे, यहीं पर उन्हें अपनी इंटरनेशनल बेइज्जती का सामना करना पड़ा।
शहबाज शरीफ, पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए इंतजार कर रहे थे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अपने विदेश मंत्री इशाक डार और अन्य सहयोगियों के साथ करीब 40 मिनट तक पुतिन का इंतजार करते रहे, लेकिन रूसी राष्ट्रपति नहीं आए। इस दौरान शहबाज की बेचैनी साफ देखी जा सकती थी। वो इस स्थिति पर आंखों ही आंखों में अपने कैबिनेट मंत्रियों से बात कर रहे थे। 40 मिनट तक पुतिन का इंतजार करने के बाद शहबाज उठकर चले गए।
बिन बुलाए पहुंचे शहबाज शरीफ
हद तो तब हो गई जब शहबाज शरीफ बिन बुलाए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन की द्विपक्षीय मुलाकात में पहुंच गए। पुतिन और एर्दोआन के बीच एक अलग कमरे में द्विपक्षीय बातचीत तय थी। दोनों नेता बातचीत शुरू करने ही वाले थे कि अचानक शहबाज शरीफ रूम के अंदर आ गए। वे मुस्कुराते हुए दोनों नेताओं की ओर बढ़े और हाथ मिलाने की कोशिश करने लगे। पुतिन और एर्दोआन थोड़े हैरान दिखे, लेकिन फिर भी शिष्टाचार के नाते हाथ मिलाया। वह 10 मिनट के भीतर ही उस हॉल से बाहर भी निकल आए। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हालांकि, दो बार हुई इस भयंकर बेइज्जती के बाद शहबाज शरीफ और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात भी हुई।
पुतिन ने पहले भी किया है नजरअंदाज
हालांकि यह पहली बार नहीं है कि जब शहबाज शरीफ ने अपनी बेइज्जती कराई है। इससे पहले SCO समिट में पाकिस्तान और रूस के द्विपक्षीय वार्ता का एक वीडियो सामने आया था। जब पीएम मोदी की मौजूदगी में पुतिन ने शहबाज नजरअंदाज कर दिया था। तब रूस और भारत की दोस्ती का जिक्र करने से वो खुदको रोक नहीं पाए थे। पाकिस्तानी पीएम ने कहा था, “हम भारत के साथ आपके संबंधों का सम्मान करते हैं। यह बिल्कुल ठीक है। लेकिन हम (रूस के साथ) भी बहुत मजबूत संबंध बनाना चाहते हैं और ये संबंध क्षेत्र की भलाई, प्रगति और समृद्धि के लिए पूरक होंगे।”
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 12 December 2025 at 21:31 IST