अपडेटेड 4 May 2024 at 18:06 IST

चीन के कंधे पर बैठ निकला चांद की ओर, पाकिस्तान ने किया 'मून मिशन' लॉन्च करने का दावा; सच्चाई कुछ और

Pakistan Lunar Mission: चीन ने अपना मून मिशन चैंग ई-6 लॉन्च कर दिया है, जिसे पाकिस्तान अपना मून मिशन बता रहा है।

Chandrayan
प्रतीकात्मक तस्वीर | Image: ISRO

Pakistan Lunar Mission: पाकिस्तान ने चीन के सहयोग से शुक्रवार को चीनी शहर हैनान से अपना पहला चंद्र मिशन, आईक्यूब-कमर (iCube-Qamar) लॉन्च किया। अधिकारियों ने कहा कि ये सैटेलाइट बीजिंग के चांग'ई -6 अंतरिक्ष मिशन के हिस्से के रूप में चंद्रमा की कक्षा में जाएगा। आपको बता दें कि पाकिस्तान जिस मिशन को अपना बता रहा है, असल में वो उसका है ही नहीं। आइए जानते हैं पूरी सच्चाई।

पाकिस्तान ने बताया ऐतिहासिक मिशन

पाकिस्तान मीडिया में इस मून मिशन को लेकर बढ़-चढ़कर बताया जा रहा है। पाकिस्तानी मीडिया ने इसे अपना मून मिशन बताया और फिर ऐतिहासिक मिशन भी बताया है। इसके बाद शहबाज शरीफ ने अपने देश के वैज्ञानिकों और नागरिकों को बधाई भी दी।

अब समझिए क्या है ये पाकिस्तान का मून मिशन

असल में, चीन ने अपना मून मिशन चैंग ई-6 लॉन्च किया है। यह चांद के दूर वाले हिस्से में जाकर सैंपल इकट्ठा करेगा, जहां काफी अंधेरा होता है। यह 53 दिन तक चांद पर घूमेगा और फिर 25 जून को वापस लौटेगा। चांग'ई-6 लूनर प्रोब ले जाने वाला रॉकेट, जिसका नाम चीनी पौराणिक चंद्रमा देवी के नाम पर रखा गया है, ने हैनान द्वीप प्रांत के वेनचांग प्रक्षेपण केंद्र से सफलतापूर्वक उड़ान भरी।

इसी यान में पाकिस्तान ने अपना आईक्यूब- क्यू सैटेलाइट लगाया है जो हमारे कंप्यूटर से भी छोटा है। इस सैटेलाइट में 2 कैमरे लगे हैं और चांद की सतह की फोटो लेंगे। आपको बता दें कि पिछले दिनों चीन ने ये ऐलान किया था कि वो दूसरे देशों के साथ स्पेस सहयोग बढ़ाने के लिए उनके पेलोड लेकर जाएगा। ऐसे में चीन अपने साथ पाकिस्तान, फ्रांस, इटली और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के पेलोड लेकर रवाना हुआ है, जिसको पाकिस्तान अपना मून मिशन बता रहा है।

Advertisement

4 साल में 3 और मिशन

चीन के पास अपने चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं, जिसका लक्ष्य 2030 तक अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजना है। देश ने अगले चार वर्षों में तीन चंद्र मिशनों की योजना बनाई है, जो चंद्रमा और अंतरिक्ष अन्वेषण के बारे में अपनी समझ को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

ये भी पढ़ेंः भारत के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान से खलबली, भड़के विदेश मंत्री जयशंकर; दे दिया करारा जवाब

Advertisement

Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 4 May 2024 at 18:06 IST