अपडेटेड May 5th 2025, 23:46 IST
पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद पूरी दुनिया से कहा था कि इसका हिसाब होगा। वहीं दिल्ली में ताबड़तोजड़ बैठकों से ही पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ी हुई है। पाकिस्तान के मंत्रियों और नेताओं की तरफ से जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं, उससे ये साफ जाहिर हो गया है कि आतंक के मसीहा पाक के सियासत दानों में डर का माहौल बना हुआ है। तभी तो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर से अपने लोगों को भारत के हमले की चेतावनी दे दी है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोमवार को कहा, "भारत कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर किसी भी समय सैन्य हमला कर सकता है।" पाक रक्षामंत्री आसिफ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। उन्होंने इस्लामाबाद में मीडिया से कहा, "ऐसी खबरें हैं कि भारत नियंत्रण रेखा पर किसी भी बिंदु पर हमला कर सकता है। नई दिल्ली को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।"
IRSA ने चिनाब नदी का पानी रोके जाने के बाद उल्लेखनीय गिरावट की वजह से बचे हुए प्रारंभिक खरीफ मौसम के लिए 21% पानी की कमी का अनुमान लगाया है। इतना ही नहीं, समिति ने मारला में चिनाब के प्रवाह में अचानक गिरावट पर गंभीर चिंता व्यक्त की। बता दें, पाकिस्तान की इस चिंता का कारण इस वक्त भारत है। भारत की ओर से रोकी गई पानी की वजह से अब पाकिस्तान को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
समिति ने चेतावनी दी कि पानी की लगातार कम आपूर्ति प्रारंभिक खरीफ अवधि (1 मई - 10 जून) के दौरान पानी की कमी को और बढ़ा सकती है। स्थिति को देखते हुए IRSA ने जल आवंटन को बनाए रखने के लिए उपलब्ध जलाशयों के संयुक्त उपयोग पर निर्णय लिया है। IRSA ने इस बात की भी पुष्टि की है कि समिति स्थिति की दैनिक निगरानी करेगा और अगर हालात आने वाले समय में और बिगड़ते हैं, तो उसके अनुसार बदलाव किए जाएंगे।
पब्लिश्ड May 5th 2025, 23:45 IST